सीजी भास्कर 28 अक्टूबर जयपुर ग्रामीण के शाहपुरा इलाके के टोडी गांव में (Jaipur Bus Fire Accident) शनिवार को एक भयावह हादसा हुआ. मजदूरों से भरी एक डबल डेकर बस हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गई, जिससे करंट फैल गया और देखते ही देखते बस में आग लग गई. हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 12 से ज्यादा मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए. मौके पर चीख-पुकार मच गई और कुछ ही मिनटों में बस पूरी तरह जलकर राख हो गई.
हाईटेंशन लाइन की चपेट में आई बस, आग के शोले में बदल गया वाहन
जानकारी के मुताबिक बस यूपी से मजदूरों को लेकर मनोहरपुर के टोडी गांव में स्थित ईंट-भट्टे पर जा रही थी. रास्ते में 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन से टकराने पर बस में करंट दौड़ गया. करंट लगते ही स्पार्किंग हुई और आग तेजी से फैल गई. आग लगने के बाद तीन (gas cylinder) एक के बाद एक फट गए, जिससे धमाके की आवाज पूरे इलाके में गूंज उठी.
अंदर मौत, ऊपर बारूद: बस में रखी थीं चार बाइक और छह सिलेंडर
जांच में सामने आया कि बस के ऊपर चार बाइकें और छह गैस सिलेंडर रखे थे. आग लगने के बाद ये सिलेंडर विस्फोटक बन गए. आग इतनी भयावह थी कि कुछ ही पलों में बस की हर सीट जलकर राख हो गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाके के तुरंत बाद ड्राइवर बस छोड़कर भाग निकला, जबकि यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई.
भीड़ से ज्यादा यात्री, सुरक्षा शून्य: 77 सवारियों से भरी थी बस
डबल डेकर स्लीपर बस में 77 मजदूर सवार थे, जो इसकी क्षमता से कहीं ज्यादा थे. (Jaipur Bus Tragedy) बिजली विभाग के अनुसार, तारों के सीधे संपर्क में आने से ब्रेकर ट्रिप हो गया और करंट पूरे वाहन में फैल गया. हादसे के बाद प्रशासन ने बस मालिक और ड्राइवर पर कार्रवाई की बात कही है.
पिछले 15 दिनों में चौथा बड़ा बस हादसा
राजस्थान, यूपी और एमपी में पिछले 15 दिनों में (Bus Fire Incidents) चार बड़े हादसे हो चुके हैं. जैसलमेर, आंध्र प्रदेश और लखनऊ में बस आग की घटनाओं में अब तक 70 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. यह सिलसिला लगातार बढ़ती लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर सवाल खड़े कर रहा है.
