दुर्ग-भिलाई में धार्मिक विवाद (Jhulelal Controversy Durg) एक बार फिर चर्चा में है। सोशल मीडिया पर भगवान झूलेलाल के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में सिंधी समाज के लोगों ने नाराज़गी जताते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणी से मचा बवाल
रायपुर और भिलाई के कुछ युवकों द्वारा (Offensive Comment on Jhulelal) पोस्ट के कमेंट सेक्शन में आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किए जाने से सिंधी समाज में भारी रोष फैल गया।
मामले को गंभीरता से लेते हुए सिंधी युवा विंग ने दुर्ग कोतवाली में लिखित शिकायत दर्ज कराई और आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की।
आरोपी युवकों के नाम आए सामने
शिकायत में बताया गया कि भिलाई निवासी सन्नी वर्मा और रायपुर निवासी विक्की नामक युवक ने भगवान झूलेलाल के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी।
दोनों के खिलाफ सोशल मीडिया पोस्ट और (Evidence Screenshots) पुलिस को सौंपे गए हैं।
जानकारी के अनुसार, सन्नी वर्मा एक ट्रांसपोर्ट कंपनी का संचालक है, जबकि विक्की रायपुर के सारगांव में ऑटो डीलिंग का काम करता है।
सिंधी समाज ने जताया आक्रोश
सिंधी समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि ऐसे कृत्य धार्मिक सद्भाव को ठेस पहुंचाने वाले हैं और समाज में असंतोष फैलाते हैं।
उन्होंने पुलिस से त्वरित कार्रवाई (Legal Action Demand) की मांग की, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
संगठन ने यह भी कहा कि धार्मिक भावनाओं का सम्मान हर नागरिक का कर्तव्य है, और किसी भी धर्म या देवी-देवता पर अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
थाने में नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन
शिकायत के दौरान सिंधी युवा विंग के सदस्य बड़ी संख्या में कोतवाली पहुंचे।
थाने परिसर में “छत्तीसगढ़ महतारी जिंदाबाद” और “अभद्र टिप्पणी करने वालों मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाए गए।
संगठन के सदस्यों ने चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
पुलिस ने जांच शुरू की, FIR की तैयारी
दुर्ग पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सोशल मीडिया पोस्ट के डिजिटल एविडेंस खंगाले जा रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में धार्मिक भावनाओं को आहत करने (Religious Sentiments Hurt) का मामला बनता दिख रहा है।
जल्द ही आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
समाज ने दी चेतावनी
सिंधी समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि यह मामला केवल एक धर्म का नहीं, बल्कि पूरे समाज के सम्मान से जुड़ा है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य में यदि किसी ने सोशल मीडिया पर इस प्रकार की टिप्पणी की, तो समाज कानूनी और सामाजिक दोनों स्तरों पर कड़ी प्रतिक्रिया देगा।
