सीजी भास्कर, 16 अगस्त | भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व राजधानी रायपुर में इस बार बेहद खास अंदाज में मनाया जा रहा है। हर मंदिर और मठ में कान्हा की झांकी सजाई गई है, जगह-जगह भजन संध्या और दुग्धाभिषेक हो रहे हैं।
इस्कॉन टेंपल में 3 दिन का उत्सव
टाटीबंध स्थित इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी महोत्सव 3 दिन तक चलेगा। यहां श्रद्धालुओं के लिए विशेष भजन-कीर्तन, आरती और प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है।
जैतूसाव मठ में 1100 किलो मालपुआ का भोग
- श्री जैतूसाव मठ में इस बार विशेष प्रसाद तैयार किया गया है।
- भगवान श्रीकृष्ण को 11 क्विंटल (1100 किलो) मालपुआ और 51 किलो पंजीरी का भोग लगाया जाएगा।
- शनिवार रात 8 बजे से भजन संध्या और रात 12 बजे जन्म आरती होगी।
- रविवार को दोपहर 1 बजे राजभोग आरती और शाम 5 बजे से प्रसाद वितरण किया जाएगा।
श्री राधाकृष्ण मंदिर में दुग्धाभिषेक
समता कॉलोनी स्थित श्री राधाकृष्ण मंदिर में सुबह दुग्धाभिषेक से उत्सव की शुरुआत हुई। रात को सिटी कोतवाली में विशेष आयोजन होगा।
यहां कारागार की झांकी सजाई जाएगी और परंपरा के अनुसार वासुदेव भगवान को टोकरी में लेकर गोपाल मंदिर तक पहुंचेंगे।
दूधाधारी मठ में विशेष पंजीरी
दूधाधारी मठ में प्रसाद के रूप में धनिया की पंजीरी तैयार की जा रही है।
मठ के महंत डॉ. रामसुंदर दास समेत कई पुजारी और सेवादार तैयारी में जुटे हैं।
भक्तों में उत्साह
शहर के मंदिरों और मठों में हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। जगह-जगह कान्हा के जयकारों से वातावरण गूंज रहा है।