सीजी भास्कर 6 जून कटनी जिले के बड़वारा तहसील कार्यालय में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पूर्व कांग्रेस विधायक विजय राघवेंद्र सिंह की पत्नी रंजीता सिंह ने तहसील कार्यालय में खुद पर केरोसिन डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की. यह घटना तब हुई, जब वह बड़वारा नायब तहसीलदार कार्यालय में अपनी जमीन से जुड़े विवाद को लेकर सुनवाई के लिए पहुंची थीं. उसी दौरान रंजीता सिंह प्लास्टिक की कुप्पी में भरा केरोसिन डालने लगीं और माचिस मांगकर आग लगाने की बात करने लगीं.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रंजीता सिंह ने कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों और फरियादियों के सामने अचानक अपने ऊपर केरोसिन उड़ेल लिया. हालांकि समय रहते मौजूद लोगों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें आत्मघाती कदम उठाने से रोक लिया और सुरक्षित स्थान पर ले गए. इस घटना से कार्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच गई.रंजीता सिंह ने बताया कि उन्होंने 15 सितंबर 2021 को बिलायत कला गांव में जहान सिंह नामक व्यक्ति से 0.39 हेक्टेयर में 1176 वर्गफुट भूमि खरीदी थी, लेकिन उक्त जमीन पर अनुरोध तिवारी नामक व्यक्ति का कब्जा है, जो कथित तौर पर 1995 से उस पर काबिज है.
रंजीता का कहना है कि पिछले छह महीनों से वह तहसील कार्यालय के चक्कर काट रही हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है. उन्होंने नायब तहसीलदार अनुराधा सिंह पर लापरवाही और पक्षपात का आरोप लगाया.कोर्ट में चल रहा जमीन विवाद का केसघटना के बाद नायब तहसीलदार अनुराधा सिंह ने रंजीता सिंह के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह मामला राजस्व न्यायालय में विचाराधीन है. अनावेदक 1995 से भूमि पर काबिज है, जबकि रंजीता सिंह के नाम पर जमीन का नामांतरण 2021 में हुआ है.
ऐसे में मामला विवादित है और विधिसम्मत प्रक्रिया के तहत ही इसका समाधान संभव है. अनुराधा सिंह ने स्पष्ट किया कि न्यायालय के नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है और किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गई है.इस घटनाक्रम के बाद प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि जल्द से जल्द इस मामले को सुलझा लेना चाहिए. जब पूर्व विधायक की पत्नी की सुनवाई नहीं हो रही है तो आमजन के साथ क्या व्यवहार किया जा रहा होगा. फिलहाल, पुलिस और राजस्व विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है.