सीजी भास्कर, 20 दिसंबर। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के युवक रामनारायण बघेल की केरल हमला (Kerala Attack) में बांग्लादेशी होने के शक में बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दिए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मृतक रामनारायण बघेल सक्ती जिले के करही गांव का निवासी था और मजदूरी की तलाश में करीब एक सप्ताह पहले केरल के पल्लकड़ जिले गया था।
जानकारी के अनुसार, रामनारायण बघेल पल्लकड़ में काम की तलाश में इधर-उधर घूम रहा था। इसी दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने उसे घेर लिया और उसकी पहचान पर सवाल उठाते हुए उसे बांग्लादेशी होने का शक (Bangladeshi suspect) बताकर बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। आरोपितों ने युवक की इतनी बुरी तरह पिटाई की कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलने के बाद केरल पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले में पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
इधर, घटना की खबर जैसे ही छत्तीसगढ़ स्थित परिवार को मिली, घर में कोहराम मच गया। मृतक रामनारायण बघेल अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। उसके पीछे पत्नी और दो मासूम बच्चे हैं, जिनके सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया। इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव में शोक का माहौल है।
परिवार के सदस्य शव को लेने के लिए केरल रवाना हो गए हैं। उनका कहना है कि अभी तक न तो केरल सरकार (Kerala government) और न ही प्रशासन की ओर से किसी प्रकार के मुआवजे की घोषणा की गई है। साथ ही, शव को केरल से छत्तीसगढ़ लाने में भी बड़ी राशि खर्च होने की आशंका है, जो गरीब परिवार के लिए चुनौतीपूर्ण है।
परिवार ने सरकार से मुआवजा देने और शव को सम्मानपूर्वक घर तक पहुंचाने में आर्थिक सहायता की मांग की है। इस घटना ने एक बार फिर मजदूरी के लिए दूसरे राज्यों में जाने वाले श्रमिकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।


