सीजी भास्कर, 23 अक्टूबर। कर्ज के बोझ और आर्थिक तंगी से जूझ रहे एक किसान ने बुधवार को ज़हर खाकर आत्महत्या (Korba Farmer Suicide) कर ली। परिवार के लोगों ने उसे तत्काल अस्पताल पहुँचाया, लेकिन डॉक्टर उसकी जान नहीं बचा सके। यह दर्दनाक घटना कुसमुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम खमरिया की है।
कोरबा पुलिस के अनुसार, 50 वर्षीय राजकुमार, निवासी ग्राम खमरिया, अपनी पत्नी राजकुमारी, एक पुत्र और एक पुत्री के साथ रहता था। बुधवार की सुबह वह नशे की हालत में घर लौटा और भोजन करने के बाद अपने कमरे में चला गया। पत्नी और बच्चे अपने-अपने काम पर निकल गए थे। जब दोपहर में राजकुमारी खेत से घर लौटी, तो उसने देखा कि राजकुमार खाट पर पड़ा है और उल्टी कर रहा है। पास में खेतों में छिड़काव के लिए इस्तेमाल होने वाली कीटनाशक दवा की शीशी पड़ी थी।
घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने राजकुमार को तत्काल हरदी बाजार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया, जहां से उसे हालत गंभीर होने पर जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत (Korba Farmer Suicide) हो गई। जिला अस्पताल चौकी प्रभारी विश्व नारायण चौहान ने बताया कि अस्पताल से प्राप्त मेमो के आधार पर मर्ग कायम कर जांच शुरू की गई है। शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है।
मृतक की पत्नी ने पुलिस को बताया कि राजकुमार ने कुछ समय पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनवाया था, जिसके लिए उसने उधार लिया था। लगातार बढ़ते कर्ज और आर्थिक दबाव के चलते वह तनाव में रहने लगा था और शराब का सेवन भी बढ़ा दिया था। पत्नी ने कहा कि वह समझ नहीं पा रही कि पति ने यह घातक कदम क्यों उठाया। ग्रामीणों के अनुसार, राजकुमार मेहनती किसान था, जो खेती-किसानी और मजदूरी से परिवार का भरण-पोषण करता था। उसकी मौत से पूरे गांव में शोक का माहौल है।