सीजी भास्कर, 04 अक्टूबर। बीजापुर जिले के मद्देड़ थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जब माओवादी जंगल में IED विस्फोटक लगाते समय खुद ही अपनी जाल में फंस गए। बंदेपारा जंगल में हुए इस धमाके में एक महिला माओवादी गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के बाद उसके साथी हथियार उठाकर मौके से भाग निकले और घायल को वहीं छोड़ दिया। (Maoist Attack)
पुलिस के मुताबिक, विस्फोट की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने दी। इसके बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों की मदद से घायल महिला को प्राथमिक उपचार दिलाया गया। बाद में उसे जिला अस्पताल बीजापुर में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
घायल महिला की पहचान गुज्जा सोढ़ी के रूप में हुई है। वह बीते छह–सात सालों से मद्देड़ एरिया कमेटी में सक्रिय रही है और एसीएम कन्ना बुच्चना के साथ पार्टी सदस्य के रूप में काम कर रही थी। पुलिस के अनुसार, वह संगठन में 12 बोर का हथियार लेकर चलती थी।
माओवादियों का क्रूर चेहरा उजागर
यह घटना एक बार फिर माओवादी संगठन के अमानवीय चेहरे को उजागर करती है। जहां एक ओर माओवादी अपने साथियों को संगठन छोड़ने पर मौत के घाट उतारते हैं, वहीं घायल या बीमार सदस्यों को जंगल में तड़पते छोड़ जाते हैं। माओवादियों की नीति हमेशा से रही है – “या तो लड़ो, या मरो।”
यही वजह है कि निचले स्तर पर शामिल माओवादी अब संगठन में उपेक्षा और बिखराव की स्थिति झेल रहे हैं, जबकि बड़े कैडर आपसी संघर्ष में उलझे हुए हैं। बीजापुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की घटनाएं इस बात का सबूत हैं कि माओवादी संगठन पूरी तरह से बिखर रहा है। सुरक्षा बलों का कहना है कि क्षेत्र में सर्चिंग अभियान और तेज किया जाएगा। (Maoist Attack)