सीजी भास्कर, 2 सितंबर : प्रतिबंधित माओवादी संगठन झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के जोनल कमांडर रविंद्र यादव समेत नौ माओवादियों ने सोमवार को झारखंड के लातेहार जिले में (Maoist Surrender) आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें पांच माओवादियों पर 23 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण के दौरान माओवादियों ने पुलिस को पांच एके 47 सहित कुल 12 हथियार और गोलियां सौंप दीं। लातेहार में एक साथ इतने माओवादियों का सरेंडर करना बेहद महत्वपूर्ण है। पुलिस का दावा है कि इस समर्पण के बाद लातेहार से माओवादियों के प्रभाव को समाप्त किया जा सकता है।
सरेंडर करने वाले माओवादियों में सब जोनल कमांडर अखिलेश यादव, बलदेव गंझू उर्फ अमरेश उर्फ चशमली, मुकेश राम उर्फ कल्लू, पवन उर्फ राम प्रसाद, एरिया कमांडर धूरू जी उर्फ राजू, विजय यादव, श्रवण सिंह उर्फ पारस सिंह और मुकेश गंझू भी शामिल हैं। सरकार ने रविंद्र, अखिलेश, बलदेव, मुकेश पर 5-5 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। पवन पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित था। माओवादियों ने पुलिस से लूटे गए हथियार भी (Maoist Surrender) के तहत सौंप दिए हैं।
इनमें एक एके-56, चार एके-47, तीन एसएलआर, दो 303 राइफल, एक 30.60 एमआई राइफल, विभिन्न राइफलों की 1782 गोलियां और 26 मैगजीन शामिल हैं। इनमें एके-56 और चार एके-47 पुलिस से लूटी गई थीं। सीआरपीएफ के पुलिस महानिरीक्षक साकेत कुमार सिंह ने कहा कि लातेहार में अब एक भी जेजेएमपी माओवादी नहीं बचा है। चाईबासा को छोड़कर झारखंड के सभी जिलों में (Maoist Surrender) के बाद माओवाद की समस्या समाप्त होने के कगार पर है।
सुकमा में तीन माओवादी विस्फोटक सहित गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों ने तीन माओवादियों को विस्फोटकों के साथ गिरफ्तार किया है। पोडियाम जोगा, मडवी मासा और पोज्जा मडवी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 50वीं बटालियन और स्थानीय पुलिस ने रविवार को चिंतागुफा क्षेत्र में सर्च अभियान के दौरान गिरफ्तार करने में सफलता पाई। तीनों ही प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सदस्य हैं। उनके पास लगभग तीन किलोग्राम वजन का टिफिन बम, पांच डेटोनेटर, पांच जिलेटिन राड, चार पेंसिल सेल, बिजली के तार बरामद किए गए हैं।
