सीजी भास्कर, 25 जुलाई : भोपाल में ड्रग्स तस्करों के गिरोह की धरपकड़ के बाद नशे के कारोबार और यौन शोषण का एक बड़ा नेटवर्क सामने आया है। यह नेटवर्क हिंदू लड़कियों के दुष्कर्म और वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करने वाले मुस्लिम युवाओं के गिरोह से भी जुड़ा हुआ है। माना जा रहा है कि क्लबों-पबों में नशे व लव जिहाद के माध्यम से हिंदू लड़कियों को निशाना बनाने की सुनियोजित साजिश में ऐसे सरगना शामिल हैं, जिन तक पुलिस की पहुंच नहीं हो पा रही है।
इस संदर्भ में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। गुरुवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने कुछ पुलिस अधिकारियों के साथ आरोपितों के स्वजन की तस्वीरें सार्वजनिक कीं। प्रियंक ने कहा कि भोपाल के स्कूल-कालेज में पढ़ने वाली हिंदू लड़कियों को लक्षित कर उन्हें पार्टियों के बहाने ड्रग्स की लत लगवाना, दुष्कर्म कर वीडियो बनाना और फिर ब्लैकमेलिंग के जरिए सामूहिक यौन शोषण करना गंभीर अपराध है। उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच का दायरा अपराध के संरक्षकों की तरफ होना चाहिए।
यह मामला दुष्कर्म-ब्लैकमेलिंग कांड से इसलिए जुड़ रहा है, क्योंकि जहांगीराबाद थाने में दर्ज एक मामले में पीड़िता ने आरोपित साद के गांजा लाने की बात कही थी। पुलिस अब इस मामले में जांच का दायरा बढ़ा सकती है। क्लब-90 में ड्रग्स पार्टी को लेकर भी जांच की जाएगी। पुलिस को ड्रग्स तस्करी के आरोपित यासीन के मोबाइल में 30 से अधिक वीडियो मिले हैं, जिनमें लड़कियों का यौन शोषण किया जा रहा है। जिन वीडियो में पीड़िताओं की पहचान नहीं हो पा रही है, उनके संबंध में टीआइटी कालेज प्रकरण में पूछताछ की जा सकती है।
बता दें कि पुलिस ने मंगलवार रात चाचा-भतीजे शाहवर अहमद और यासीन अहमद को गिरफ्तार किया था। दोनों शहर के क्लबों और पबों में एमडी ड्रग्स की सप्लाई करते थे। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे युवतियों को नशे का आदी बनाकर दुष्कर्म करते थे। क्राइम ब्रांच के डीसीपी अखिल पटेल ने कहा कि आरोपितों से ड्रग्स तस्करी को लेकर पूछताछ जारी है। वीडियो में सामने आई लड़कियों की पहचान की जा रही है। कुछ पीड़िताओं ने शिकायत से इन्कार किया है। हम अन्य पीड़िताओं से भी बात कर रहे हैं, ताकि पूरे गिरोह का खुलासा हो।