सीजी भास्कर 13 मार्च। पुणे के पिंपरी-चिंचवड़ इलाके में पुलिस ने दोपहिया वाहन चोरी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस गैंग में शामिल एक मैकेनिकल इंजीनियर सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से 26 लाख रुपए कीमत के 53 दोपहिया वाहन जब्त किए गए हैं. पुलिस ने इस कार्रवाई के जरिए 35 चोरी के मामलों का खुलासा किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान संतोष मारुति शिंदे, धीरज प्रदीप सावंत और बालाजी उर्फ तात्यासाहेब दादा भोसले के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपियों में से एक धीरज प्रदीप सावंत मैकेनिकल इंजीनियर है.
उसने पूछताछ में खुलासा किया कि बेरोजगारी और नौकरी न मिलने की वजह से उसने चोरी का रास्ता अपनाया. यह गिरोह खास तौर पर स्पलेंडर बाइक को निशाना बनाता था और चुराए गए वाहनों को पुणे जिले के बाहर ग्रामीण इलाकों में 10 से 15 हजार रुपए में बेच देता था. दरअसल, पिंपरी पुलिस स्टेशन की सीमा में लगातार दोपहिया वाहन चोरी की घटनाएं सामने आने के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी थी. पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ में 100 से 150 सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद पुलिस को सुराग मिला.सूचना मिली कि मोरवाड़ी मेट्रो स्टेशन के पास एक संदिग्ध बाइक चोरी के इरादे से घूम रहा है. पिंपरी पुलिस ने जाल बिछाकर संतोष मारुति शिंदे को धर दबोचा.
उसकी पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसके साथी धीरज और बालाजी को भी गिरफ्तार कर लिया गया.53 वाहन बरामद, 35 मामले सुलझेपुलिस ने तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद अब तक 53 चुराए गए दोपहिया वाहन बरामद किए हैं, जिनकी कीमत करीब 26 लाख रुपए आंकी गई है. इस कार्रवाई से 35 चोरी के मामलों का खुलासा हुआ है.पुलिस का कहना है कि यह गिरोह सुनियोजित तरीके से काम करता था और शहरी इलाकों से चुराए गए वाहनों को ग्रामीण क्षेत्रों में कम कीमत पर बेच देता था. मैकेनिकल इंजीनियर सहित तीन गिरफ्तारयह कार्रवाई पुलिस उपायुक्त स्वप्ना गोरे और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अशोक कडलग के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक दिगंबर अतीग्रे के नेतृत्व वाली टीम ने अंजाम दी. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस गिरोह के अन्य सदस्य भी सक्रिय हैं.