सीजी भास्कर, 6 अक्टूबर। ग्रामीणों ने एक अक्टूबर की रात एक युवक को चोर समझकर इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। अब पुलिस अधिकारी भी इस बात को स्वीकार कर रहे हैं। ऊंचाहार क्षेत्र में बीते करीब 20 दिनों में चोरी की कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिसके चलते ग्रामीण रतजगा कर पहरा देते रहते हैं। इसी दौरान यह (Mob Lynching case) घटना हो गई। मृतक हरिओम फतेहपुर का रहने वाला था। वह ऊंचाहार के नई बस्ती स्थित अपनी ससुराल जा रहा था। उसकी पत्नी पिंकी व बेटी अनन्या यहीं रहते हैं।
पिंकी एनटीपीसी स्थित एसबीआइ में दैनिक कर्मचारी है। हरिओम के पिता की तहरीर पर पुलिस ने दो नामजद व अन्य अज्ञात पर मुकदमा लिखा था। अब तक पांच आरोपितों को गिरफ्तार किए जाने के साथ ही ऊंचाहार कोतवाल को हटाया गया और पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है। घटना को लेकर कांग्रेस ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष व सांसद राहुल गांधी से मृतक के पिता से फोन पर बात की है।
अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि घटना में अब तक पांच आरोपितों वैभव सिंह, विपिन मौर्य उर्फ अनुज मौर्य, विजय कुमार, सहदेव व सुरेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। प्रसारित वीडियो व जांच के आधार पर अन्य आरोपितों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
ऊंचाहार कोतवाल संजय कुमार को हटाने के साथ ही दारोगा कमल सिंह यादव, आरक्षी प्रदीप कुमार व अभिषेक कुमार को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। सोमवार को दारोगा प्रेम कुमार सिंह व पीआरवी आरक्षी जय सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह का कहना है कि यह (Mob Lynching case) घटना दुखद है। पुलिस आरोपितों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कर रही है। घटना में शामिल किसी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा।
शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया पर मामले में कई वीडियो प्रसारित हुए थे। एक वीडियो में दिख रहा है कि अंडरवियर छोड़ युवक के सभी कपड़े उतरवाकर कुछ लोग उसका हाथ-पैर बांध बेरहमी से पिटाई कर रहे हैं। वीडियो में बदहवास युवक एक बार अपनी मां तो दूसरी बार राहुल गांधी को आवाज लगाते हुए जान बचाने की गुहार कर रहा है। इस (Mob Lynching case) वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस और प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव और बढ़ गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में चोरी की घटनाओं के चलते लोग गश्त कर रहे थे। इसी दौरान शक के आधार पर हरिओम को पकड़ा गया और ग्रामीणों ने उसे बेरहमी से मारा। जबकि परिवार का कहना है कि वह अपनी ससुराल जा रहा था और उसका किसी चोरी से कोई संबंध नहीं था। अब पुलिस (Mob Lynching case) की जांच और वीडियो एविडेंस से आरोप तय करने की प्रक्रिया में जुटी है।