नई दिल्ली। केंद्र सरकार अब सोशल मीडिया पर देशविरोधी कंटेंट फैलाने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने जा रही है। गृह मंत्रालय एक राष्ट्रीय पॉलिसी तैयार कर रहा है, जिसके तहत देश के खिलाफ नफरत फैलाने वाले वीडियो, पोस्ट, अकाउंट और वेबसाइट्स को ब्लॉक किया जाएगा। साथ ही ऐसे कंटेंट बनाने और फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
देश की सुरक्षा के लिए बनेगा स्पेशल मॉनिटरिंग सेल
सूत्रों के अनुसार, इंटेलिजेंस एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने गृह मंत्रालय की संसदीय समिति को जानकारी दी है कि एक विशेष सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम बनाई जा रही है। यह टीम खालिस्तानी समर्थक, भारत विरोधी प्रचार, और आतंक से जुड़े डिजिटल नेटवर्क की पहचान कर कार्रवाई करेगी।
भारत विरोधी वेबसाइट्स और सोशल मीडिया अकाउंट होंगे ब्लॉक
सरकार की नजर उन वेबसाइट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर है, जो देश विरोधी नैरेटिव को वायरल करते हैं। गुरपतवंत सिंह पन्नू जैसे खालिस्तानी आतंकी सोशल मीडिया का इस्तेमाल भारत में नफरत फैलाने के लिए करते हैं। जल्द आने वाली यह पॉलिसी ऐसे सभी गतिविधियों पर कड़ा अंकुश लगाएगी।
सोशल मीडिया कंपनियों से भी संपर्क
सरकार अमेरिकी प्रशासन और फेसबुक, ट्विटर (X), यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसी बड़ी कंपनियों से सहयोग की मांग कर रही है ताकि उनके प्लेटफॉर्म्स पर भी भारत विरोधी कंटेंट रोका जा सके। इसके लिए CBI, NIA और स्टेट पुलिस एजेंसियों को संयुक्त रणनीति पर काम करने का निर्देश दिया गया है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ी सक्रियता
हाल में हुए पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुई देश विरोधी पोस्टों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी थी। इसके बाद यह फैसला लिया गया कि डिजिटल आतंकवाद के खिलाफ एकीकृत नीति बनाई जाए।