सीजी भास्कर, 30 जुलाई |
छत्तीसगढ़ में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने आज यानी 29 जुलाई को मुंगेली, बेमेतरा और कबीरधाम ज़िलों में यलो अलर्ट जारी किया है। दुर्ग और बिलासपुर संभाग के कई हिस्सों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। राजधानी रायपुर सहित कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
दो दिन बाद पूरे छत्तीसगढ़ में तेज़ बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक 31 जुलाई तक यह स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद प्रदेशभर में मानसून तेज़ी पकड़ सकता है। बंगाल की खाड़ी में बन रहा नया सिस्टम 1 अगस्त से ज़्यादातर जिलों में भारी बारिश का कारण बन सकता है।
कोरबा में बड़ा हादसा – बारिश के बीच कुआं धंसा, 3 लोग दबे
कोरबा के जटगा चौकी क्षेत्र के बनवार गांव में मंगलवार को भारी बारिश के दौरान एक कुआं अचानक धंस गया। हादसे के वक्त परिवार के तीन सदस्य – छोटू राम श्रीवास (65), उनकी पत्नी कंचन श्रीवास (53) और बेटा गोविंद श्रीवास (30) कुएं में लगे मोटर पंप को निकालने की कोशिश कर रहे थे। अचानक कुआं धंसा और तीनों लोग मलबे में दब गए।
SDRF ने रात ढाई बजे तक चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन, लेकिन भारी बारिश और अंधेरे की वजह से कार्य रोकना पड़ा। आज सुबह से फिर ऑपरेशन शुरू किया गया है।
बलरामपुर के सकेतवा बांध में दरारें, 4 गांवों पर संकट
बलरामपुर में लगातार हो रही बारिश से सकेतवा बांध में दरारें पड़ गई हैं। मिट्टी धंसने के कारण बांध की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। यदि बारिश और तेज़ होती है, तो बांध टूटने का खतरा गहराता जा रहा है।
जमुआटांड, खड़ियामार, बुद्धडीह और डूमरखोरका – इन चार गांवों के लगभग 2000 लोग प्रभावित हो सकते हैं। जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग को अलर्ट कर दिया गया है।
जुलाई में रिकॉर्ड तोड़ बारिश – 10 साल में दूसरी बार 400 मिमी से ज़्यादा
जुलाई महीने में अब तक 441 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। सिर्फ पिछले 10 वर्षों में 2 बार ऐसा हुआ है कि जुलाई में बारिश का आँकड़ा 400 मिमी के पार गया हो:
- 2023: 566.8 मिमी
- 2016: 463.3 मिमी
- 2025 (अब तक): 441 मिमी
24 जुलाई से 29 जुलाई के बीच अकेले 141 मिमी बारिश दर्ज हुई है। राजधानी रायपुर में जुलाई में अब तक 436 मिमी पानी बरस चुका है।
1 जून से अब तक की औसत बारिश: 611.5 मिमी
प्रदेश में मानसून के आगमन (1 जून) से लेकर अब तक औसतन 611.5 मिमी बारिश हो चुकी है। जिलेवार आंकड़े इस प्रकार हैं:
सबसे कम: बेमेतरा – 312.7 मिमी
सबसे ज़्यादा: बलरामपुर – 937.2 मिमी