सीजी भास्कर, 21 जून। करंट की चपेट में आने से एक तेंदुए और एक सियार की मौत हो गई। मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले के पकरीसोडा गांव में इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है। साथ ही फॉरेंसिक और डॉग स्क्वायड का एक दल भी मौके पर पहुंचा और घटनास्थल का मुआयना किया।
अचानक आए आंधी-तूफान और भारी बारिश के कारण 11 केवी की विद्युत लाइन तार टूटकर खेत में गिर गई, जिसकी चपेट में आकर तेंदुआ और सियार दोनों वन्यजीवों की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
घटना की जानकारी खेत पहुंचे एक स्थानीय किसान ने वन विभाग को दी. सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्र पूर्व करंजिया की टीम ने घटना रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को दी, जिसके बाद आज वन अधिकारी पुनीत सोनकर के नेतृत्व में तत्काल मौके पर पहुंची।
साथ ही छत्तीसगढ़ सीमावर्ती क्षेत्र स्थित अचानकमार टाइगर रिजर्व और कान्हा नेशनल पार्क से भी वाइल्ड लाइफ टीम और डॉग स्क्वाड को बुलाया गया है जो घटना की गहनता से जांच कर रहे हैं।
करेंट लगने से दोनों की मौत
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि विद्युत तार की चपेट में आने से दोनों जानवरों की करंट लगने से मौत हुई है। क्योंकि जिस स्थान में करंट लगा है, वह स्थान जल गया है।
फिलहाल शवों को मौके से हटाकर सुरक्षित स्थान पर रखा गया है, जहां जिला पशु चिकित्सा अधिकारी डिंडोरी और कान्हा नेशनल पार्क के विशेषज्ञ पशु चिकित्सक पोस्टमार्टम करेंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि छत्तीसगढ़ के टाइगर रिजर्व से तेंदुआ, भालू, हाथी जैसे कई वन्य जीव पानी और खाने की तलाश में इस तरफ आ जाते हैं। इस घटना के बाद वन विभाग द्वारा विद्युत विभाग को भी सूचना दी गई है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। यह घटना 20 जून की है।
क्या बोले वन अधिकारी?
वन अधिकारी पुनीत सोनकर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
डॉग स्क्वाड को भी मौके पर बुलाया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह केवल करंट की चपेट में आने का मामला है या इसमें कोई अन्य एंगल भी शामिल है।