पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में उस वक्त मातम पसर गया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित रैली में शामिल होने जा रहे भाजपा के चार समर्थकों की रेल हादसे में मौत हो गई। यह घटना ताहेरपुर क्षेत्र में सामने आई, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। इस Nadia Train Accident ने राजनीतिक कार्यक्रम से पहले ही शोक की लकीर खींच दी।
ट्रैक के पास हुआ हादसा, एक घायल की हालत गंभीर
जानकारी के मुताबिक हादसा ताहेरपुर और बड़कुल्ला रेलवे स्टेशन के बीच हुआ। रेलवे लाइन के समीप से गुजरते समय ये सभी लोग अचानक ट्रेन की चपेट में आ गए। मृतकों की पहचान रामप्रसाद घोष, मुक्तिपद सूत्रधार, गोपीनाथ दास और भैरव घोष के रूप में हुई है, जो मुर्शिदाबाद जिले के निवासी बताए जा रहे हैं। इस घटना में एक अन्य समर्थक गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसका इलाज जारी है।
मौसम बना बाधा, हेलिकॉप्टर नहीं कर सका लैंड
घटना के दिन खराब मौसम और घने बादलों के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हेलिकॉप्टर ताहेरपुर में उतर नहीं सका। सुरक्षा और मौसम परिस्थितियों को देखते हुए पीएम ने सभा स्थल तक पहुंचने के बजाय फोन के माध्यम से जनसभा को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक, परिवारों के प्रति संवेदना
सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस (Nadia Train Accident) की खबर ने उन्हें भीतर तक व्यथित कर दिया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
जांच में जुटा प्रशासन, इलाके में शोक का माहौल
हादसे के बाद रेलवे और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है। यह पता लगाया जा रहा है कि हादसा किन परिस्थितियों में हुआ। घटना के बाद आसपास के इलाकों में शोक और सन्नाटे का माहौल बना हुआ है।


