सीजी भास्कर, 09 जून : रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को नकटी गांव (Nakti Village Mla Colony Controversy) के संबंध में एक पत्र लिखा है। उन्होंने आग्रह किया है कि गरीबों के घरों को तोड़कर विधायक कॉलोनी का निर्माण न किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि विधायक कॉलोनी काली जगह पर नहीं, बल्कि गरीबों के मकानों को तोड़कर नहीं बनाई जानी चाहिए।
पत्र में उन्होंने उल्लेख किया है कि ग्राम पंचायत नकटी (Nakti Village Mla Colony Controversy), विकासखंड धरसीवां, जिला रायपुर के निवासियों के हित में संवेदनशीलता दिखाते हुए खसरा नंबर 460, रकबा 15.4790 हेक्टेयर भूमि पर छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड द्वारा प्रस्तावित विधायक कॉलोनी के निर्माण पर तुरंत रोक लगाई जाए।
सांसद अग्रवाल ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि इस भूमि पर वर्षों से 80 से अधिक गरीब परिवार निवास कर रहे हैं, जिन्होंने यहां मकान बना लिए हैं। इन परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घरों का निर्माण किया गया है। इसके अलावा, कई सरकारी और सामुदायिक भवन भी इसी भूमि पर स्थित हैं। ग्राम पंचायत और ग्रामसभा ने इस योजना पर रोक लगाने की मांग की है।
यह भूमि (Nakti Village Mla Colony Controversy) पूर्वजों द्वारा चारागाह के रूप में सुरक्षित रखी गई थी और यह गांव की साझा संपत्ति है। वर्तमान में, कब्जाधारी ग्रामीण ग्राम पंचायत की व्यवस्था के अनुसार यहां निवास कर रहे हैं। इस संवेदनशील मुद्दे को ध्यान में रखते हुए, पूर्व विधायक देवजीभाई पटेल ने सांसद अग्रवाल से मुलाकात की और ग्रामवासियों की समस्याओं को साझा करते हुए एक आवेदन प्रस्तुत किया।
उन्होंने बताया कि यह भूमि ग्रामीणों (Nakti Village Mla Colony Controversy) की आजीविका और सम्मान से जुड़ी हुई है। यहां रहने वाले अधिकांश लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने शासन-प्रशासन से अनुरोध किया है कि ग्रामीणों के आवासीय अधिकारों की रक्षा की जाए और विधायक कॉलोनी का निर्माण केवल उन क्षेत्रों में किया जाए, जहां ग्रामीण निवास नहीं करते। इसे किसी वैकल्पिक स्थान पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि विकास आवश्यक है, लेकिन लोगों को बेघर करके नहीं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि प्रशासन को स्थिति को यथावत बनाए रखने और कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाने के निर्देश दें।
