Namibia vs South Africa T20 : क्रिकेट जगत में शुक्रवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला, जब नामीबिया ने दक्षिण अफ्रीका (Namibia vs South Africa T20) को 4 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। यह मुकाबला नामीबिया की राजधानी विंडहोक के नए क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया — जो वहां आयोजित पहला अंतरराष्ट्रीय मैच भी था। रोमांच से भरे इस मुकाबले में नामीबियाई टीम ने 2024 टी20 विश्व कप की उपविजेता रही दक्षिण अफ्रीकी टीम को आखिरी गेंद पर मात दी।
आखिरी गेंद पर एक रन की जरूरत थी, और जेन ग्रीन ने शानदार बाउंड्री लगाकर (Namibia vs South Africa T20) नामीबिया को ऐतिहासिक जीत दिलाई। स्टेडियम में मौजूद लगभग चार हजार दर्शक खुशी से झूम उठे। दक्षिण अफ्रीका की ओर से क्विंटन डी कॉक ने इस मैच के जरिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की, लेकिन उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उन्होंने टी20 विश्व कप 2024 के बाद संन्यास की घोषणा की थी, हालांकि अब उन्होंने लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में खेलने का फैसला किया है।
दक्षिण अफ्रीका की कमजोर शुरुआत
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। डी कॉक को नामीबिया के तेज गेंदबाज गेरहार्ड इरास्मस ने पहले ही ओवर में एक रन पर आउट कर दिया। रीजा हेंड्रिक्स भी जल्दी आउट हो गए, जिससे टीम का स्कोर पांचवें ओवर तक सिर्फ 25/2 (Namibia vs South Africa T20) रह गया। इसके बाद रुबिन हरमन और लुआन-ड्रे प्रीटोरियस ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन नामीबिया के गेंदबाज रुबेन ट्रम्पेलमैन ने दोनों की साझेदारी तोड़ दी।
जेसन स्मिथ ने 31 रनों की उपयोगी पारी खेली और निचले क्रम के बल्लेबाजों के सहयोग से टीम को 20 ओवर में 8 विकेट पर 134 रन तक पहुंचाया। नामीबिया के लिए ट्रम्पेलमैन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट झटके।
नामीबिया की संघर्षपूर्ण लेकिन ऐतिहासिक जीत
लक्ष्य का पीछा करते हुए नामीबिया की शुरुआत धीमी रही। जान फ्राइलिंक और लौरीन स्टीनकैंप के जल्दी आउट होने से टीम दबाव में आ गई। कप्तान इरास्मस ने 21 रन बनाए, लेकिन फोर्टुइन ने उन्हें पवेलियन भेज दिया। जब मैच नामीबिया की पकड़ से छूटता दिख रहा था, तभी जेन ग्रीन ने कमाल कर दिया। उन्होंने 23 गेंदों पर नाबाद 30 रन (Namibia vs South Africa T20) बनाते हुए टीम को आखिरी गेंद पर जीत दिला दी। इस जीत के साथ नामीबिया ने न केवल दक्षिण अफ्रीका जैसी ताकतवर टीम को हराया, बल्कि क्रिकेट इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करा लिया।