भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर बातचीत चल रही है. पिछले दिनों व्हाइट हाउस की तरफ से भी स्पष्ट कहा गया था कि जल्द ही भारत और अमेरिका ट्रेड डील का ऐलान किया जाएगा. इस डील को लेकर अब केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का बयान भी सामने आया है. उन्होंने साफ कहा कि बातचीत चल रही है, लेकिन भारत किसी भी समय सीमा के दबाव में नहीं है. डेडलाइन से ऊपर राष्ट्रहित है.
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्ट किया है कि कोई भी समझौता तभी होगा जब वह देश के हित में होगा. कृषि और ऑटोमोबाइल जैसे मामले अभी भी अनसुलझे हैं. भारत हमेशा ही अपने किसानों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है और अमेरिका के साथ व्यापार को संतुलित करने पर जोर देता है.
पीयूष गोयल ने कहा कि दो देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट तभी संभव होता है, जब दोनों देशों को फायदा हो. गोयल ने कहा, “It should be a win-win agreement. भारत के हितों को सुरक्षित रखते हुए, राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए अगर अच्छी ट्रेड डील अगर बनती है तो भारत को विकसित देशों के साथ डील करने में कोई दिक्कत नहीं है”.
भारत अपनी शर्तों पर चर्चा करता है- गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्रेड डील को लेकर साफ कहा कि भारत अपनी शर्तों पर ही चर्चा करता है. इस समय अलग-अलग देशों के साथ चर्चा चल रही है. इसमें यूरोपियन यूनियन, न्यूजीलैंड , ओमान, अमेरिका, चिली और पेरू जैसे देश शामिल हैं. उन्होंने कहा कि फ्री ट्रेड एग्रीमेंट तभी होता है जब दो तरफा लाभ हो.
9 जुलाई को हो रही ट्रंप की डेडलाइन खत्म
अमेरिका राष्ट्रपति की तरफ से पिछले दिनों सभी देशों पर टैरिफ का ऐलान किया गया था. हालांकि इस फैसले को उन्होंने 90 दिनों तक होल्ड कर दिया था. इसी को लेकर भारत और अमेरिका के बीच बातचीत चल रही है. भारत की तरफ से बातचीत की चीफ नेगोशिएटर राजेश अग्रवाल कर रहे हैं. पिछले 1 हफ्ते से वाशिंगटन में मौजूद थे, जो शुक्रवार को दिल्ली लौट आए हैं. उनके लौटने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि इस समझौते को 9 जुलाई से पहले अंतिम रूप दिया जा सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि 9 जुलाई को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ की डेडलाइन खत्म हो रही है. यही कारण है कि इस डील को लेकर चर्चाएं तेज हो चली हैं.