सीजी भास्कर, 26 सितंबर। नवरात्रि (Navratri Celebration Raipur Jail) के पावन अवसर पर केन्द्रीय जेल रायपुर का वातावरण श्रद्धा, भक्ति और उत्साह से सराबोर हो गया। जेल परिसर में मूर्तिकार बंदियों द्वारा मिट्टी से मां दुर्गा की तीन भव्य प्रतिमाएं तैयार की गईं हैं। इनमें से एक प्रतिमा महिला प्रकोष्ठ में और दो प्रतिमाएं पुरुष प्रकोष्ठ में स्थापित कर विशेष पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
माँ दुर्गा की उपासना के लिए रायपुर जेल के 802 बंदियों ने व्रत भी रखा है। इनमें महिला प्रकोष्ठ की 31 बंदियों ने तीन दिन और 49 बंदियों ने नौ दिन का व्रत रखा है। वहीं पुरुष प्रकोष्ठ में 722 बंदियों ने नौ दिन का व्रत संकल्पपूर्वक आरंभ किया है। बंदियों की यह आस्था जेल के वातावरण को पूरी तरह आध्यात्मिक बना रही है। (Navratri Celebration Raipur Jail)
बंदियों की सुविधा के लिए जेल प्रशासन ने पूजन सामग्री और फलाहार की विशेष व्यवस्था की है, जिसमें दूध, केला, फल्ली दाना और गुड़ शामिल हैं। सामूहिक व्रत और भक्ति से पूरे जेल परिसर में आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मक माहौल का संचार हो रहा है। पूजा पंडाल को फूलों, रंगोली और दीपों से सजाया गया है। (Navratri Festival Jail Inmates)
प्रतिदिन माँ दुर्गा (Raipur Central Jail Navratri) की स्तुति में भजन-कीर्तन, दुर्गा सप्तशती का पाठ और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां की जा रही हैं। जेल अधीक्षक योगेश सिंह क्षत्री ने बताया कि इस प्रकार के धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन बंदियों को मानसिक शांति, आंतरिक शक्ति और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करते हैं। नवरात्रि का पर्व केन्द्रीय जेल रायपुर में आस्था, अनुशासन और सांस्कृतिक चेतना का अद्भुत संगम बन गया है।