सीजी भास्कर, 19 सितंबर। बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित इलाके से सुरक्षाबलों (Naxal Operation Chhattisgarh) को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। जिले के घने जंगलों में हुई मुठभेड़ में दो कुख्यात नक्सली मार गिराए गए। इन दोनों पर मिलाकर 7 लाख रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस के अनुसार, ये नक्सली बीते कुछ महीनों में ग्रामीणों और एक शिक्षादूत की हत्या जैसी कई घटनाओं में शामिल थे।
कैसे हुई मुठभेड़
जानकारी के मुताबिक, 17 सितंबर की दोपहर सुरक्षाबलों (Naxal Operation Chhattisgarh) को खबर मिली थी कि दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र के मनकेली जंगलों में माओवादियों का मूवमेंट है। इसके बाद डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। दोपहर करीब 3 बजे दोनों पक्ष आमने-सामने आए और करीब एक घंटे तक गोलीबारी चली। जब फायरिंग थमी, तो मौके से दो नक्सलियों के शव बरामद हुए। उनके पास से एक 303 रायफल, बीजीएल लांचर और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भी मिली।
कौन थे मारे गए नक्सली
पहचान की पुष्टि में सामने आया कि ढेर हुए नक्सलियों में रघु हपका (33) शामिल था, जो गंगालूर एरिया मिलिट्री कमांड का सक्रिय सदस्य था। उस पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित था। दूसरा माओवादी सुक्कू हेमला (32), पेद्दाकोरमा आरपीसी मिलिशिया प्लाटून का डिप्टी कमांडर था, जिस पर 2 लाख रुपए का इनाम था। दोनों को पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में रखा गया था।
निर्दोषों की हत्या में था हाथ
पुलिस जांच में पता चला कि ये दोनों माओवादी पेद्दाकोरमा, मनकेली, गंगानूर और तोड़का गांवों में कई घटनाओं के जिम्मेदार थे। इन्होंने एक छात्र, चार ग्रामीणों और एक शिक्षादूत की बेरहमी से हत्या की थी। स्थानीय स्तर पर इनकी दहशत लंबे समय से बनी हुई थी।
आईजी की अपील
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. ने इस ऑपरेशन को सुरक्षाबलों (Naxal Operation Chhattisgarh) की बड़ी सफलता करार दिया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां क्षेत्र की शांति और नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह समर्पित हैं। साथ ही उन्होंने नक्सली कैडरों से अपील की कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर पुनर्वास योजना का लाभ उठाएं और मुख्यधारा में शामिल होकर सम्मानजनक जीवन जिएं।
