सीजी भास्कर, 28 मई : ओडिशा के राउरकेला में नक्सलियों (Naxals looted Truck) ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी है। उन्होंने विस्फोटकों से भरे एक ट्रक को लूट लिया, जिसमें डेढ़ टन विस्फोटक था। इस घटना के बाद झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा की पुलिस सतर्क हो गई है।
यह ट्रक राउरकेला के केबलांग थाना क्षेत्र से बांको पत्थर खदान की ओर जा रहा था। सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों (Naxals looted Truck) ने ट्रक को रोककर उसके चालक को बंधक बना लिया और उसे जबरन सारंडा के घने जंगल की ओर ले गए। इस घटना के बाद झारखंड और ओडिशा पुलिस पूरी तरह से सतर्क हो गई है।
नक्सलवाद भारत के कई राज्यों में एक गंभीर समस्या बना हुआ है, विशेष रूप से छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में। हाल के वर्षों में, सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ कई सफल अभियान चलाए हैं, जिनमें कई प्रमुख नक्सली कमांडर या तो मारे गए हैं या उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया है।
हाल ही में, 21 मई 2025 को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में एक महत्वपूर्ण एनकाउंटर में नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के महासचिव नंबाला केशव राव, जिसे बसवराज के नाम से भी जाना जाता है, को मार गिराया गया। इस पर कुल 10 करोड़ रुपये का इनाम था। हालांकि, माडवी हिडमा जैसे कई अन्य खतरनाक नक्सली अभी भी फरार हैं और सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं।
माडवी हिडमा नक्सलियों का एक प्रमुख कमांडर (Naxals looted Truck)
माडवी हिडमा नक्सलियों का एक प्रमुख कमांडर है, जिसके खिलाफ 45 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का इनाम घोषित किया गया है। इसके अलावा, झारखंड में असीम मंडल, पतिराम मांझी, और मिसिर बेसरा जैसे नक्सलियों पर 1-1 करोड़ रुपये का इनाम है, जबकि सुजाता और अन्य कमांडरों पर 25 लाख से 2 लाख रुपये तक के इनाम रखे गए हैं।
सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है, और 2026 तक इस समस्या को समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। हालांकि, हिडमा जैसे नक्सलियों की गुप्त गतिविधियां और जंगलों में उनकी उपस्थिति अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।