सीजी भास्कर, 7 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में समाज कल्याण विभाग से जुड़ा 1,000 करोड़ रुपये का (NGO Scam) एनजीओ घोटाला अब तेजी से खुलासा कर रहा है। सोमवार को भोपाल से आई सीबीआई की चार सदस्यीय टीम ने रायपुर के माना स्थित विभागीय संचालनालय में दबिश देकर 1,500 दस्तावेज कब्जे में लिए।
सीबीआई को इस दौरान कई नामचीन अफसरों और एनजीओ संचालकों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। इनमें पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, सुनील कुजूर, पूर्व अपर मुख्य सचिव एमके राउत, बीएल अग्रवाल, डॉ. आलोक शुक्ला, डिप्टी डायरेक्टर राजेश तिवारी, सतीश पांडेय, अशोक तिवारी, हरमन खलखो, एमएल पांडे और एसआरसी एनजीओ के कार्यकारी निदेशक पंकज वर्मा जैसे नाम शामिल हैं।
जांच एजेंसी का कहना है कि आरोपियों ने दिव्यांगों के कल्याण के नाम पर स्टेट रिसोर्स इंस्टीट्यूट जैसे एनजीओ बनाकर करोड़ों का फंड गबन किया। इस दौरान (NGO Scam) की रकम फर्जी खातों और संस्थाओं के माध्यम से निजी इस्तेमाल के लिए निकाल ली गई।
हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई अब इस मामले की तहकीकात कर रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह घोटाला प्रदेश की सबसे बड़ी वित्तीय अनियमितताओं में गिना जा रहा है। एजेंसी का अगला कदम कुछ बड़े अधिकारियों की गिरफ्तारी हो सकता है। जांच की दिशा में जल्द ही महत्वपूर्ण मोड़ आने की संभावना जताई जा रही है।