बिहार , 22 अप्रैल 2025 :
JDU Leader Rajiv Ranjan: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर ज्यादा सीटों के लिए जेडीयू ने बीजेपी पर दवाब बनाना शुरू कर दिया है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन (Rajiv Ranjan) ने मंगलवार को एबीपी न्यूज से बातचीत करते हुए कहा कि अनुभव और लोकप्रियता के हिसाब से नीतीश सबके बड़े भाई हैं. 2024 लोकसभा चुनाव में जेडीयू का सर्वाधिक स्ट्राइक रहा. एनडीए में 74 विधानसभा सीटों पर जेडीयू की बढ़त रही. बीजेपी 68 विस सीटों पर आगे थी. विधानसभा उपचुनाव में भी एनडीए का जलवा बरकरार रहा. हमने सभी चार सीटें जीती.
‘नीतीश के नेतृत्व में जेडीयू महत्त्वपूर्ण दल’
राजीव रंजन ने कहा कि नीतीश के नेतृत्व में जेडीयू महत्त्वपूर्ण दल है. जेडीयू की स्वीकार्यता और जो आधार है उसके हिसाब से पिछले दो चुनाव में हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा. नीतीश की वजह से एनडीए को बड़ी जीत मिलती रही है. जब जब नीतीश की लोकप्रियता पर सवाल उठाए गए हैं. जनता ने पलटकर जवाब दिया. जब सीट शेयरिंग की प्रकिया शुरू होगी तो आप लोगों को जानकारी मिल जाएगी. दलों के बीच बातचीत जारी है. बीजेपी-जेडीयू के रिश्तों को लेकर किसी को गलतफहमी नहीं रहनी चाहिए.
बता दें राजीव रंजन के बयान से एनडीए में अब सीट शेयरिंग पर बहस छिड़ सकती है. अब सवाल उठ रहा है कि क्या जेडीयू ज्यादा सीटों के लिए नीतीश को बड़े भाई और लोकसभा चुनाव के बेहतर स्ट्राइक रेट का हवाला दे रही. क्या जेडीयू को इस बात का भय सता रहा है कि हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली जीतने के बाद बीजेपी नीतीश को बिहार में ज्यादा सीट नहीं देगी?
चरमराती कानून व्यवस्था और तेजस्वी के जारी किए गए क्राइम बुलेटिन पर कहा कि क्राइम बुलेटिन जारी करने वाले तेजस्वी को यह मुद्दा बैंक फायर कर जाता है. यह RJD का शासनकाल नहीं हैं. दंगा नरसंहार नहीं हो रहा है. आपराधिक घटनाएं होती हैं तो पुलिस मुख्यालय तुरंत संज्ञान लेता है. अपराधियों की गिरफ्तारी होती है. जेल जाते हैं. CM नीतीश लगातार अधिकारियों को कड़े निर्देश देते रहते हैं. पुलिस बल का आधुनिकीकरण किया गया. NCRB के आंकड़ों के अनुसार बिहार शासन के बेहतर राज्यों में हैं शुमार है.
वहीं प्रशांत किशोर के जरिए नीतीश पर दिए गए बयान पर कहा कि प्रशांत किशोर की गांधी मैदान की रैली फ्लॉप साबित हुई. वह बौखलाए हुए हैं. रैली में खाली कुर्सियों ने प्रशांत किशोर को उनकी औकात बता दी. हम लोगों पर सवाल खड़े करने के बजाए उनको खुद मनोचिकित्सक के पास जाना चाहिए. उम्र उनकी कम हो सकती है, लेकिन जिस तरह से बौखलाहट में बेसुरे बोल वह बोल रहे हैं. उनको डॉक्टरों की शरण में जाना चाहिए और अपना मानसिक इलाज कराना चाहिए. उनकी दिमागी संरचना में गंभीर बीमारी है.
बीजेपी ने दिया जेडीयू नेता का जवाब
वहीं जेडीयू के जरिए नीतीश कुमार को बड़ा भाई बताने पर बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ना है. न कोई बड़ा है न कोई छोटा है. नरेंद्र मोदी नीतीश के नेतृत्व में लड़ना है. सीट शेयरिंग पर कोई बातचीत शुरु नहीं हुई है.