सीजी भास्कर 20 नवम्बर Nitish Kumar Oath Ceremony : कुछ ही देर में नीतीश संभालेंगे कमान
बिहार की राजनीति आज फिर एक अहम मोड़ पर पहुंचने जा रही है। राज्य की सत्ता में एक बार फिर बदलाव की दस्तक है, और नीतीश कुमार अपने दसवें कार्यकाल की शपथ लेने वाले हैं। राजनीति के जानकार इसे सत्ता संतुलन का सबसे अहम पल मान रहे हैं, जहां नई कैबिनेट की संरचना राज्य की नीति दिशा तय करेगी। (Nitish Kumar Oath Ceremony)
नई कैबिनेट की रूपरेखा—NDA में सीटों का संतुलन
सूत्रों के अनुसार, नई सरकार की संरचना को लेकर जो सहमति बनी है, उसके मुताबिक NDA में शामिल दलों को उनकी ताकत के हिसाब से प्रतिनिधित्व मिल रहा है। बीजेपी के पास इस बार स्पीकर के साथ कुल 17 मंत्री पद होने की बात सामने आ रही है, जबकि जेडीयू की तरफ से 15 सदस्य शपथ ले सकते हैं। (“Bihar Cabinet List”)
LJP(R), HAM और RLM को भी मिलेगा स्थान
NDA के अन्य सहयोगियों में से लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) को दो जगह मिल सकती हैं। उधर, HAM और RLM से एक-एक प्रतिनिधि को शामिल करने का लगभग तय माना जा रहा है। सत्ता समीकरण को देखते हुए छोटे दलों के प्रतिनिधित्व को राज्य की राजनीति में संतुलन का संकेत माना जा रहा है। (“NDA Cabinet Share”)
उपमुख्यमंत्री पद—बीजेपी के दो चेहरे शपथ लेंगे
बीजेपी की ओर से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। दोनों चेहरे लंबे समय से संगठन और सत्ता के बीच पुल की भूमिका निभाते रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बार उनका दायित्व और बड़ा होगा।
जेडीयू नेताओं के पास पहुंचे फोन—कौन हो सकता है मंत्री?
शपथ से पहले जेडीयू खेमे में हलचल तब तेज हुई जब कई वरिष्ठ नेताओं को मंत्रिपद के लिए फोन आए। इनमें विजय चौधरी, श्रवण कुमार, विजेंद्र यादव, अशोक चौधरी, मदन सहनी, जमा खान, और लेशी सिंह के नाम प्रमुख हैं।
इनमें अधिकतर चेहरे पिछले कार्यकाल से जुड़े हुए हैं, जिससे साफ झलकता है कि पार्टी अनुभव पर भरोसा बनाए रखना चाहती है।
बीजेपी की संभावित लिस्ट—नए और पुराने चेहरों का मिश्रण
बीजेपी कोटे से मंत्री पदों के लिए जिन नामों पर चर्चा है, उनमें श्रेयसी सिंह, राम निषाद, सुरेंद्र मेहता, मंगल पांडे, नितिन नवीन, नारायण शाह, राम कृपाल, संजय टाइगर, प्रमोद चंद्रवंशी, अरुण शंकर प्रसाद और दिलीप जायसवाल शामिल हैं।
यह सूची साफ दिखाती है कि पार्टी अनुभवी नेताओं के साथ नए चेहरों को भी आगे बढ़ाने की रणनीति अपना रही है।
जेडीयू—फिर पुराने चेहरे, स्थिरता पर भरोसा
जेडीयू की तरफ से संभावित मंत्रियों की सूची में ज्यादातर पिछले कार्यकाल के नाम शामिल हैं—विजय चौधरी, बिजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, जयंत राज और सुनील कुमार।
पार्टी के भीतर इसे संगठन की निरंतरता और कार्यशैली में स्थिरता का संकेत माना जा रहा है।
छोटे दलों में उत्साह—‘बेटों’ की एंट्री चर्चा में
NDA के छोटे सहयोगियों में भी हलचल बढ़ी हुई है।
- HAM से संतोष सुमन को फिर से मौका मिलने की चर्चा है, जो जीतन राम मांझी के बेटे हैं।
- RLM में उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश के नाम की चर्चा तेज है।
- वहीं LJP(R) में संजय पासवान, राजू तिवारी और राजीव रंजन सिंह (डेहरी) प्रमुख नामों में हैं।
राजनीतिक जानकार इसे नई पीढ़ी को नेतृत्व में शामिल करने की शुरुआत के रूप में देख रहे हैं।
