सीजी भास्कर, 12 अक्टूबर। भारत के सबसे प्रतिष्ठित उद्योग समूह टाटा ग्रुप में टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा के निधन के बाद उनके उत्तराधिकारी के रूप में नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। मुंबई में हुई टाटा ट्रस्ट की बोर्ड बैठक में यह निर्णय लिया गया। टाटा ट्रस्ट भारत के सबसे बड़े व्यापारिक समूह टाटा संस का प्रमुख मार्गदर्शक निकाय है, जो टाटा संस की 65.3 प्रतिशत हिस्सेदारी का प्रबंधन करता है।
नोएल टाटा पहले से ही टाटा समूह में एक प्रमुख भूमिका निभा रहे थे। वे टाटा स्टील और टाइटन जैसी कंपनियों में वाइस-चेयरमैन के पद पर कार्यरत हैं और टाटा समूह में उनका अनुभव और योगदान काफी गहरा रहा है। 2000 की शुरुआत में टाटा ग्रुप में शामिल हुए नोएल, रतन टाटा के विश्वसनीय सहयोगी माने जाते हैं। उनके चेयरमैन बनने से समूह में स्थिरता और नेतृत्व का संतुलन बना रहेगा।
नोएल की टाटा ग्रुप में एक लंबी पारी
नोएल टाटा का टाटा ग्रुप से जुड़ाव 2000 की शुरुआत में हुआ था, जब उन्होंने समूह में अपनी भूमिका निभानी शुरू की। उनके नेतृत्व में, टाटा स्टील और टाइटन जैसी कंपनियों ने मजबूत प्रगति की है। नोएल का प्रबंधन कौशल और व्यवसायिक दृष्टिकोण उन्हें टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन पद के लिए स्वाभाविक उत्तराधिकारी बनाता है।
नोएल का टाटा समूह से पारिवारिक जुड़ाव भी महत्वपूर्ण है। वह रतन टाटा के सौतेले भाई हैं, और उनके नेतृत्व में टाटा समूह की विरासत को और आगे बढ़ाने की उम्मीद की जा रही है।