सीजी भास्कर, 30 अगस्त। हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मेसर्स ईमार इंडिया लिमिटेड और एमजीएफ डेवलपमेंट लिमिटेड सहित अन्य आरोपियों की 834 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। जानकारी के मुताबिक ये संपत्तियां दिल्ली और गुरुग्राम के 20 गांवों में है।
आरोप है कि पूर्व मुख्यमंत्री और इन कंपनियों (मेसर्स ईमार इंडिया लिमिटेड और एमजीएफ डेवलपमेंट लिमिटेड) ने नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के तत्कालीन डायरेक्टर त्रिलोक चंद गुप्ता के साथ मिली भगत कर सस्ते दामों पर जमीन हथिया ली थी। जिसकी वजह से सरकार को भारी नुकसान हुआ था।
ईडी ने मानेसर लैंड डील केस में इस साल जनवरी में भूपेंद्र सिंह हुड्डा से चंडीगढ़ में 7 घंटे पूछताछ की थी। ईडी ने 2004-07 के दौरान हुए गुरुग्राम के 1500 करोड़ के भूमि घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में हुड्डा को नोटिस भेजकर ईडी मुख्यालय बुलाया था।
आपको बता दें तकरीबन 6 साल पहले गुड़गांव में 1,417 एकड़ भूमि के अधिग्रहण में भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ केस दर्ज किया था। सीबीआई ने मामले में हुड्डा के रोहतक स्थित घर के अलावा दिल्ली, गुड़गांव, चंडीगढ़ और मोहाली में विभिन्न बिल्डर्स के 20 से ज्यादा ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी।
सुप्रीम कोर्ट ने 1 नवंबर 2017 को गुड़गांव के सेक्टर 58 से 63 और 65 से 67 में भूमि अधिग्रहण में अनियमितता की जांच सीबीआई को सौंपी थी। इस केस में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मेसर्स ईमार एमजीएफ लैंड लिमिटेड और 14 अन्य कॉलोनाइजर कंपनियों के खिलाफ कार्यवाही हुई थी ।