कहा – बिना प्रकरण समझे अधूरी क्लिपिंग पोस्ट करने वाले कांग्रेसी हुए बेपर्दा
सीजी भास्कर, 08 नवंबर। छत्तीसगढ़ क्रांति सेना द्वारा कुरूद के नकटा तालाब का नाम वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन द्वारा शारदा सरोवर किए जाने के विरोध और कुरूद तालाब का नाम स्व देवदास बंजारे ही रखे जाने की मांग पर विधायक ने सहमति जताई है। कल छत्तीसगढ़ क्रांति सेना द्वारा बातचीत के विडियो की कुछ सेकंड की क्लिपिंग वायरल किए जाने और कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री सहित दिग्गज नेताओं द्वारा इस विडियो को सोशल प्लेटफार्म पर पोस्ट करने के बाद आज विधायक रिकेश सेन ने प्रकरण की वास्तविक जानकारी पत्रकार वार्ता के माध्यम से देते हुए कहा कि कांग्रेस की बी टीम क्रांति सेना है और अब क्रांति सेना की मांग पर कांग्रेस किस करवट बैठेगी यह बहुत जल्द सबके सामने होगा।
पत्रकारों से चर्चा में विधायक रिकेश सेन ने वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र के सभी शासकीय संपत्तियों, सार्वजनिक भवन, नगर, रोड आदि के नाम छत्तीसगढ़ क्रांति सेना की मांग के अनुरूप छत्तीसगढ़ के पुरखा लोगों के नाम पर रखे जाने का प्रस्ताव बनाने की जानकारी देते हुए कहा कि इस प्रस्ताव को सोशल मीडिया पर बगैर पूरी जानकारी छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के अल्पांश विडियो को ट्वीट करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं को भी स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब परिवर्तित नाम के प्रस्ताव को उनके द्वारा भिलाई निगम के महापौर परिषद को भेजा जाएगा। श्री सेन ने कहा कि निगम में कांग्रेस की एमआईसी, महापौर और सभी वरिष्ठ नेता छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के द्वारा की गई इस अनूठी मांग को कितनी शिद्दत से पूरी करने अपनी इच्छाशक्ति दिखाएंगे, यह बहुत जल्द सभी नागरिक देखेंगे।
आपको बता दें कि 2 दिन पूर्व वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन के द्वारा सुप्रसिद्ध भोजपुरी गायिका श्रीमती शारदा सिन्हा के नाम पर कुरूद ग्राम के नकटा तालाब का नाम रखा गया था, जिसका छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के द्वारा विरोध किया गया। क्रांति सेना के सदस्य के द्वारा विधायक पर जबड़ा पकड़़ने एवं धमकी भरे लहजे से बात करने की एक कट विडियो क्लिपिंग वायरल की गई जिसे कांग्रेस के बड़े नेताओं ने भी बिना प्रकरण की वास्तविकता जाने-समझे सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए विधायक के उत्तेजित होने और दबंग भाव से चमकाने का आरोप भी लगाया गया था। इस विडियो क्लिपिंग को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट एवं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के द्वारा भी एक्स पर पोस्ट कर दिया गया।
आज इसी तारतम्य में वैशाली नगर विधायक के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस ली गई। श्री सेन ने कहा कि छत्तीसगढ़ क्रांति सेना की मांग और बातों को जिस तरह कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अन्य नेताओं ने प्रचारित प्रसारित किया, उससे तय है कि छत्तीसगढ़ क्रांति सेना कांग्रेस की ही “बी” टीम है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री सेन ने पूरे प्रकरण का खुलासा करते हुए कहा कि कल तालाब के नाम को लेकर छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के पदाधिकारी अपने समर्थकों के साथ आए और उन्होंने दो मांग की। जिसे मैंने सहर्ष स्वीकार किया है नतीजतन क्रांति सेना ने कल ही पत्रकारों को बयान दिया कि विधायक ने उनकी दो प्रमुख मांग मान ली है। उसके बाद कल रात को सोशल मीडिया पर 18 सेकंड का एक विडियो पूर्व मुख्यमंत्री पोस्ट करते हैं जो कि क्रांति सेना पदाधिकारी की मुझसे हुई चर्चा का छोटा सा अंश मात्र था जिसे गलत लहजे से तोड़ मरोड़ कर क्रांति सेना और कांग्रेस नेताओं ने एक अभियान के तहत वायरल किया।
विधायक रिकेश ने कहा कि तालाब किसी जाति विशेष का नहीं
क्रांति सेना की पहली मांग थी कि कुरुद के नकटा तालाब का नाम यदि भिलाई निगम के दस्तावेजों में अंतर्राष्ट्रीय पंथी नर्तक देवदास बंजारे के नाम पर अंकित है तो आज से इसी नाम से यह तालाब जाना जाएगा। श्री सेन ने कहा कि तालाब किसी भी जाति समुदाय के नहीं होते, तालाब जीवनदायिनी होते हैं, नाम से कुछ भी हो, जलसंग्रहण जरूरी है अतः क्रांति सेना की इस मांग पर सहमति देते हुए मैंने कहा कि वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में कई शासकीय संपत्तियां हैं, जिनमें से किसी एक का नाम गायिका शारदा सिन्हा रख दिया जाएगा। क्रांति सेना की आपत्ति थी कि कुरूद तालाब का नाम शारदा सिन्हाजी के नाम नहीं करना है तो नहीं होगा, परंतु क्रांति सेना ने अपनी दूसरी मांग यह रखी कि यूपी बिहार सहित देश के अन्य महापुरुषों के नाम पर छत्तीसगढ़ की कोई भी प्रॉपर्टी न की जाए। इसे भी मैं स्वीकार करता हूं और क्रांति सेना की मांग पर वैशाली नगर विधानसभा में शासकीय संपत्तियों, तालाब, रोड, नगर, सार्वजनिक भवन आदि के अब नाम छत्तीसगढ़ के दिवंगत पुरखाओं एवं महान पुरुषों के नाम पर ही रखे जाने का प्रस्ताव बना रहा हूं।
प्रेम से दी जा रही समझाईश को तोड़-मरोड़ कर किया पेश
वैशाली नगर विधायक ने कहा कि छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के कार्यकर्ता का मेरे द्वारा गला-जबड़ा पकड़े जाने का जो आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं में राहुल गांधी व सचिन पायलट ने विडियो पोस्ट किया है, दरअसल वह क्रांति सेना के पदाधिकारी को समझाने के दौरान की क्लिपिंग है। रिकेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के सदस्य को उनके द्वारा समझाइश दी जा रही थी और इसी सदस्य के द्वारा विधायक कार्यालय परिसर से बाहर निकलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि हम विधायक की बातों से संतुष्ट हुए हैं और हमको ऐसा ही विधायक चाहिए। जब उसने बयान दिया तो बिना पूरे प्रकरण को सोचे समझे भूपेश बघेल ने उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट क्यों किया? इंडियन नेशनल कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी ने भी उसी आशय की पोस्ट अपने सोशल मीडिया हैंडल पर डाल दी। इससे यह प्रमाणित हो गया है कि भूपेश बघेल और कांग्रेस की बी टीम में छत्तीसगढ़ क्रांति सेना है।
अपनी “बी’ टीम की बात कांग्रेस मानेगी या नहीं…?
तभी मैंने छत्तीसगढ़ क्रांति सेना की दूसरी मांग का समर्थन करने का निर्णय लिया और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी क्रांति सेना की मांग को स्वीकार करना पड़ेगा। छत्तीसगढ़ क्रांति सेना द्वारा हमारे पुरखा लोगों के नाम पर शासकीय संपत्तियों का नाम होने की मांग की गई है इसलिए मैंने उस मांग अनुरूप तय किया है कि वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में कुछ शासकीय संपत्तियों का नाम छत्तीसगढ़ के हमारे ऐसे पुरखा लोग के नाम पर रखा जाएगा जिन्होंने छत्तीसगढ़ निर्माण में अहम भूमिका निभाई। वैशाली नगर का मोतीलाल नेहरू नगर वार्ड अब डॉ खूबचंद बघेल नगर, राम नगर से लगा हुआ राजीव नगर का नाम बदलकर उसे शहीद वीर नारायण सिंह नगर के नाम से जाना जाए। इसी प्रकार जवाहर नगर वार्ड-25 को पंडित सुंदरलाल शर्मा नगर, सोनिया गांधी नगर को मिनी माता नगर, इंदिरा नगर को छत्तीसगढ़ महतारी नगर, संजय नगर को तीजन बाई नगर के नाम से जाना जाए।
क्रांति सेना की मांग पर बने प्रस्ताव पर कांग्रेस स्पष्ट करे अपना रूख
श्री सेन ने कहा कि मुझे लगता है कि मैंने छत्तीसगढ़ क्रांति सेना की बात मान ली है और मुझे यकीन है कि कल के सोशल मीडिया में आने के बाद भूपेश बघेलजी भी इनका समर्थन करेंगे। छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रस्ताव को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा भी समर्थन दिया गया है और मेरे द्वारा स्वीकार करने के बाद दोनों की नाराजगी दूर हो गई होगी। मेरे इस नाम परिवर्तन के निर्णय को छत्तीसगढ़ क्रांति सेना एवं भूपेश बघेल भी स्वीकार करेंगे। अब विधिवत तरीके से महापौर परिषद में यह प्रस्ताव को भेजा जाएगा। नगर निगम के महापौर व महापौर परिषद को अब देखना होगा कि निगम नामों की स्वीकृति देता है या नहीं?