सीजी भास्कर, 03 दिसंबर। पूरे देश का ऐसा कोई कोना छूटा नहीं है जहां सायबर ठगों ने जाल न फेंका हो। हर रोज ठगी के नये नये पैंतरे हम सबको देखने और सुनने को मिल रहे हैं। आम जनता में जो लोग छोटी सी भी चूक कर रहे हैं पलक झपकते ही लाखों रूपये उनके खातों से पार हो जा रहे हैं। कई लोगों के जीवन भर की कमाई भी सायबर ठगों की भेंट चढ़ गई है। साइबर ठगों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि अब वे पुलिस वालों को भी निशाना बनाने से चूक नहीं रहे। इंदौर में एक थाना प्रभारी को थाने में ही डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश की गई। पर वे अपनी सूझबूझ से उनके चंगुल में नहीं आए। हम अपने पाठकों से भी लगातार अपील कर हैं कि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी से सतर्क रहें। पुलिस साफ तौर पर बता चुकी है कि digital arrest जैसा कुछ है ही नहीं यह सिर्फ और सिर्फ ठगी का नया तरीका है जिसमें डरा धमका कर सुनियोजित तरीके से ठगी की जा रही है। अगर किसी को कोई संदिग्ध कॉल या संदेश प्राप्त होता है, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें और मामले की जानकारी दें। डिजिटल युग में इस प्रकार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हमारी जिम्मेदारी है कि हम जागरूक रहें और अपने परिवार व आसपास के लोगों को भी सतर्क रहने के लिए प्रेरित करें।
आपको बता दें कि परदेशीपुरा थाने के प्रभारी पंकज द्विवेदी को बदमाशों ने डिजिटल अरेस्ट का प्रयास किया है। एक शातिर व्यक्ति ने फोन पर खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए थाना प्रभारी को डराते हुए गंभीर परिणामों की धमकी दे फंसाने की कोशिश की जरूर किंतु पंकज द्विवेदी ने समझदारी से इस धोखाधड़ी की कोशिश को नाकाम कर दिया है। अज्ञात व्यक्ति ने पंकज द्विवेदी को फोन किया। फोन करने वाले ने खुद को पुलिस विभाग से जुड़ा एक वरिष्ठ अधिकारी बताया और दावा किया कि थाना प्रभारी किसी मामले में फंस गए हैं। उसने धमकी भरे लहजे में गंभीर परिणाम भुगतने की बात कही और आगे की बातचीत में उनसे व्यक्तिगत जानकारी और धनराशि की मांग करने की कोशिश की।
थाना प्रभारी ने बताया कि जब कॉल आई तभी वो समझ गए कि यह धोखाधड़ी का प्रयास है। उन्होंने बातचीत को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया और तुरंत कॉल को काट दिया। टीआई द्विवेदी ने बताया कि इस प्रकार के डिजिटल अरेस्ट के प्रयास उनके साथ पहले भी सात बार हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं किसी के साथ भी हो सकती हैं, इसलिए सावधान रहना बहुत जरूरी है। ऐसी कॉल्स पर विश्वास न करें, किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी साझा न करें और पैसे की लेन- देन से बचें।