सीजी भास्कर, 02 जुलाई| Odisha IPS Controversial Statement : ओडिशा के पुरी में तीन दिन पहले मची भगदड़ मामले पर भाजपा सरकार को घेरने के लिए आयोजित कांग्रेस की रैली के दौरान ओडिशा कैडर के एक आइपीएस अधिकारी का वीडियो प्रसारित है, जिसमें वह बैरिकेडिग तक पहुंचने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं की टांगें तोड़ने का निर्देश अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों को दे रहे हैं।
वीडियो भुवनेश्वर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नरसिंह भोल की बताई जा रही है, जिसमें वह पुलिसकर्मियों को कहते नजर आ रहे हैं कि यहां तक कोई पहुंच जाए तो उसके पैर तोड़ना और मुझसे इनाम लेना। हालांकि हम वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करते हैं।
वीडियो रविवार रात का बताया जा रहा है, उस वक्त पुरी की भगदड़ के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता भुवनेश्वर में सीएम आवास के पास विरोध रैली निकालकर प्रदर्शन करने जुटे (Odisha IPS Controversial Statement)थे। प्रसारित वीडियो में, भोल को सीएम आवास के पास कांटेदार बाड़ की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को निर्देश देते हुए देखा जा रहा है। वह पुलिसकर्मियों से कह रहे हैं किसी को भी बैरिकेड तोड़ने की अनुमति न दें।
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा, यह बेहद निंदनीय है और प्रदर्शनकारियों के प्रति भाजपा सरकार के रवैये को दर्शाता है। भाजपा 50 साल बाद भी आपातकाल की आलोचना करती (Odisha IPS Controversial Statement)है लेकिन उसकी सरकार में आज भी एक वरिष्ठ अधिकारी पुलिसकर्मियों को प्रदर्शनकारियों की टांगें तोड़ने का निर्देश दे रहे हैं। यह कैसा लोकतंत्र है।
अपनी टिप्पणी से विवाद पैदा होने पर आइपीएस अधिकारी भोल ने कहा कि उन्होंने पुलिसकर्मियों से अपना कर्तव्य ठीक से निभाने का आग्रह किया था। साथ ही यह भी था कि अगर प्रदर्शनकारी कानून अपने हाथ में लेते हैं और हिंसा और गैरकानूनी गतिविधियों का सहारा लेते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करें।