सीजी भास्कर, 22 अगस्त। विदेश में मोटी कमाई का सपना दिखाकर कानपुर के एक युवक को ठगी का शिकार बना दिया गया।
दुबई भेजे जाने के बाद उसे रेगिस्तान में बंधक बनाकर 19 दिनों तक भूखा-प्यासा रखकर जबरन काम कराया गया। किसी तरह जान बचाकर वह भारतीय दूतावास पहुंचा और सुरक्षित स्वदेश लौट सका।
दोस्त ने दिया धोखा, शुरू हुई जालसाजी
कानपुर के नौबस्ता आवास विकास निवासी आरिफ अंसारी मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। बीमार माता-पिता और घर की जिम्मेदारी के बीच उसके दोस्त दिलशाद ने उसकी मुलाकात रनियां निवासी शाहरुख से कराई। शाहरुख ने विदेश में नौकरी और मोटी आमदनी का लालच दिया।
आरिफ ने विदेश जाने के लिए अपनी बाइक बेचकर पैसे जुटाए।
आरोप है कि शाहरुख ने उससे 1.50 लाख रुपए लिए और फिर फतेहपुर निवासी अयाज से संपर्क कराया।
अयाज ने पासपोर्ट की कॉपी और 50 हजार रुपए और मांगे।
सऊदी अरब पहुंचते ही बना बंधक
नौकरी का सपना लेकर अप्रैल में आरिफ सऊदी अरब पहुंचा। वहां एक एजेंट उसे रेगिस्तान के तंबू में छोड़ गया। कुछ ही देर में एक शेख आया, जिसने उसका मोबाइल तोड़ दिया और बंधक बना लिया।
इसके बाद शुरू हुई यातना भरी जिंदगी—
- 19 दिनों तक भूखा-प्यासा रखा गया
- जबरन काम कराया गया
- विरोध करने पर प्रताड़ित किया गया
भारतीय दूतावास ने बचाई जान
काफी मशक्कत के बाद आरिफ किसी तरह शेख की नजर बचाकर वहां से भागने में सफल हुआ।
वह भारतीय दूतावास पहुंचा और अधिकारियों ने उसे राहत दी।
एंबेसी की मदद से परिजनों से संपर्क हुआ और स्वदेश लौटने की प्रक्रिया शुरू हुई।
30 जुलाई को आरिफ सुरक्षित कानपुर लौट आया। इसके बाद उसने पुलिस कमिश्नर को पूरी आपबीती सुनाई।
पुलिस ने दर्ज किया केस
मामले की गंभीरता को देखते हुए नौबस्ता थाने में शाहरुख, अयाज और अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।