सीजी भास्कर, 20 सितंबर। रोडरेज के एक मामले में पुलिस के पास कंप्लेन लिखाने गए आर्मी अफसर और उसकी मंगेतर के साथ पुलिस ने जो बर्बरता की है उसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे। पीड़िता महिला ने जो बताया वो न सिर्फ हैरान करने वाला है बल्कि शर्मसार करने वाला भी है।
आर्मी अफसर की मंगेतर ने पुलिस पर उसकी ब्रा उतारकर मारपीट करने और पैंट उतारने का आरोप लगाया। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस अफसर ने अपना प्राइवेट पार्ट दिखाकर रेप करने की धमकी दी। यह पूरा मामला ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर का है। भारतीय सेना की सिख रेजीमेंट के अफसर की मंगेतर भुवनेश्वर में अपना रेस्टोरेंट चलाती है। महिला के पिता आर्मी के रिटायर्ड ब्रिगेडियर हैं। महिला के मुताबिक 14 सितंबर की देर रात वह रेस्टोरेंट बंद कर आर्मी अफसर के साथ घर लौट रही थी। उसी दौरान कुछ बदमाशों ने उनके साथ बदसलूकी की। जिसके बाद वे कंप्लेन लिखाने भरतपुर थाना पहुंचे।
आर्मी अफसर की मंगेतर के मुताबिक,”हम भरतपुर थाने पहुंचे तो वहां सिविल ड्रेस में एक महिला कांस्टेबल मौजूद थी। हमने कांस्टेबल से एफआईआर दर्ज करने और पेट्रोलिंग टीम भेजने की रिक्वेस्ट की। उसने कोई हेल्प करने की बजाय गाली गलौच करना शुरू कर दिया। मैंने उन्हें बताया कि मैं एक वकील भी हूं और ऐसे समय में एफआईआर लिखना उनकी ड्यूटी है, तो वो और गुस्सा करने लगी। थोड़ी देर बाद कुछ पुलिसकर्मी थाना पहुंचे और उन्होंने आर्मी अफसर को कंप्लेन लिखाने के लिए कहा।”
महिला ने आगे बताया कि अचानक पता नहीं क्या हुआ किसी बात पर पुलिस अफसर भड़क गए, उन्होंने मेरे मंगेतर (आर्मी अफसर) को लॉकअप में डाल दिया। मैंने पुलिस वाले को कहा कि आप एक आर्मी ऑफिसर को कस्टडी में नहीं ले सकते, यह गैरकानूनी है। मेरे इतना कहते ही महिला पुलिस कर्मियों ने मुझे पीटना शुरू कर दिया। एक महिला पुलिस कर्मी ने मेरी गर्दन पकड़ी तो मैंने उनका हाथ काट लिया। उन्होंने मेरा हाथ पैर बांधकर एक कमरे में बंद कर दिया । थोड़ी देर बाद एक पुरुष अफसर आकर मेरा ब्रा उतार कर मेरे से सीने पर कई बार लात मारी। उसने मेरी पैट उतारी और फिर अपना पैट उतार कर अपना प्राइवेट पार्ट*****##### हुए कहा कितनी बार तुम *****#### तुम चुप रहो क्योंकि मैं बहुत ज्यादा चिल्ला रही थी।
इस मामले में भरतपुर पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी सहित पांच अफसर को सस्पेंड कर दिया गया है । राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए ओडिसा के डीजीपी से तीन दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी है । वही ओड़िसा पुलिस ने मामले के सीआईडी जांच की घोषणा की है।