सीजी भास्कर, 31 मई : सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम लोसगी पंडरीपानी में चूल्हट नाला के पास करंट (Paddy Field Electric Wire) लगने से दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब दोनों युवक खेत के चारों ओर अवैध रूप से बिछाए गए करंट प्रवाहित तार की चपेट में आ गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी।
जानकारी के अनुसार, ग्राम कुन्नी के निवासी विष्णु मांझी (40) इन दिनों अपने ससुराल पंडरीपानी लोसगी में रह रहे थे। शुक्रवार की शाम, वह ग्राम लोसगी के नीरसाय यादव के घर छप्पर सुधारने गए थे। शाम करीब सात बजे, नीरसाय यादव उन्हें खेत के रास्ते छोड़ने जा रहे थे।
जब वे चूल्हट नाला के पास पहुंचे, तो अचानक विष्णु मांझी विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गए। उन्हें बचाने के प्रयास में नीरसाय यादव भी करंट की चपेट में आ गए और दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
खेत के मालिक रघु मांझी ने अपनी धान फसल को मवेशियों से बचाने के लिए अवैध रूप से विद्युत पोल से हुकिंग कर खेत के चारों ओर करंटयुक्त तार लगाया था। लोहे के तार के एक हिस्से को बिजली के खंभे से जोड़ा गया था। शनिवार सुबह लगभग छह बजे ग्रामीणों ने दोनों शव देखे, जिसके बाद सरपंच और पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना मिलते ही लखनपुर पुलिस टीम, जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि विक्रम सिंह और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा तैयार कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा और बाद में स्वजन को सौंप दिया। इस घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है। वहीं, हादसे के जिम्मेदार किसान रघु मांझी घटना के बाद से फरार है। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
गांव-गांव में लगाए जा रहे तार (Paddy Field Electric Wire)
लखनपुर क्षेत्र में कई किसान धान और अन्य फसलों की सुरक्षा के लिए खेतों के चारों ओर झटका करंट या सीधे विद्युत पोल से अवैध रूप से हुकिंग कर करंटयुक्त तार लगा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप अब तक कई मवेशियों और दो लोगों की जान जा चुकी है। ग्राम बेलदगी में भी झटका करंट से एक बैल की मौत हो चुकी है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि ऐसी खतरनाक गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाई जाए और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।