सीजी भास्कर, 18 दिसंबर। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के दौरान धान खरीदी प्रक्रिया की शुचिता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर लगातार निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में दुर्ग जिले में किए गए भौतिक सत्यापन के दौरान गंभीर अनियमितताएं (Paddy Procurement Violation) सामने आने पर जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है।
सेवा सहकारी समिति मर्यादित खिलोराकला में अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण और पंचनामा रिपोर्ट के अनुसार, रिकॉर्ड की तुलना में 282 बोरे अतिरिक्त पाए गए, जिनमें कुल 112.80 क्विंटल धान अधिक था। इसमें 72.40 क्विंटल मोटा धान और 40.40 क्विंटल सरना धान शामिल है।
इसी तरह सेवा सहकारी समिति मर्यादित कन्हारपुरी में भी भौतिक सत्यापन के दौरान भारी विसंगतियां सामने आईं। यहां कुल 181 बोरे अतिरिक्त धान पाया गया। स्टॉक में मोटा धान 437 बोरा अधिक और सरना धान 258 बोरा कम दर्ज किया गया। दोनों ही केंद्रों में धान की स्टैकिंग व्यवस्था अत्यंत अव्यवस्थित पाई गई, जो शासन की धान खरीदी नीति का स्पष्ट उल्लंघन है।
इन गंभीर लापरवाहियों को छत्तीसगढ़ सेवा नियम 2018 के नियम 16.4 के तहत दुराचरण की श्रेणी में मानते हुए सक्षम प्राधिकारियों ने खिलोराकला समिति प्रभारी देवदत्त पटेल और कन्हारपुरी समिति प्रभारी सेवाराम पटेल को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Paddy Procurement Violation) कर दिया है।
निलंबन अवधि के दौरान दोनों कर्मचारियों को नियमानुसार निर्वाह भत्ता देय होगा। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि धान खरीदी व्यवस्था में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी, लापरवाही या नियम उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आगे भी सख्त निगरानी व कार्रवाई जारी रहेगी।


