रायबरेली, यूपी – गुरबख्शगंज थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवती ने अपनी तीन सहेलियों के साथ मिलकर अपने ही घर की तिजोरी से लाखों रुपये के जेवरात चुरा लिए। घटना तब सामने आई, जब घर के मालिक मजदूरी करके लौटे और तिजोरी खाली पाई।
मजदूरी पर गए थे माता-पिता और पति
गांव के रहने वाले गुड्डू, अपनी पत्नी आशा अवस्थी और बेटी-दामाद के साथ हरियाणा मजदूरी करने गए थे। घर से निकलने से पहले उन्होंने सभी कीमती जेवर तिजोरी में सुरक्षित रख दिए थे। इस दौरान उनकी बेटी सोनाली और दामाद समय-समय पर घर आते-जाते रहे।
करीब दो महीने बाद जब गुड्डू वापस लौटे, तो तिजोरी खुली और खाली मिली। परिवार ने तुरंत गुरबख्शगंज थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराई।
बेटी पर टूटा शक का तीर
पुलिस जांच में शक सीधा बेटी सोनाली पर गया। पूछताछ में सोनाली ने खुद कबूल किया कि उसने अपनी सहेलियों—मुस्कान, सुमन और हिमांशी के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई थी। चारों ने मिलकर तिजोरी से सभी गहने निकाले और स्थानीय ज्वेलर्स को बेच दिए।
जेवर बरामद, लेकिन जमानत पर रिहा
पुलिस ने सभी आरोपी युवतियों को गिरफ्तार किया और उनकी निशानदेही पर ज्वेलर्स की दुकानों से चोरी के गहने बरामद कर लिए। चारों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां एसीजेएम प्रभाष कुमार ने उन्हें जमानत दे दी।
गांव में चर्चा का विषय
घटना के बाद से गांव में चर्चा का माहौल है। लोग कहते हैं—“बाहरी चोर से बचना आसान है, लेकिन जब घर का ही कोई अपनों का विश्वास तोड़ दे, तो चोट सीधी दिल पर लगती है।”