पहली किश्त 10 हजार रुपए लेते ही लोकायुक्त चंगुल में जा फंसा
सीजी भास्कर, 30 दिसंबर। आज लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। संबंधित पटवारी को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है। अब विवेचना में सारे तथ्यों की जांच की जाएगी। आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में सरकारी विभागों के भ्रष्ट अधिकारी- कर्मचारियों के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है इसके बाद भी रिश्वतखोरी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। आज लोकायुक्त पुलिस ने टीकमगढ़ जिले की मोहनगढ़ तहसील में कार्रवाई की है जहाँ लोकायुक्त टीम ने पटवारी संजू रैकवार को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
सागर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार फरियादी संजीव यादव पिता यूके यादव निवासी ग्राम मझगवां तहसील मोहनगढ़ टीकमगढ़ ने एक शिकायती आवेदन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दिया था। जिसमें शिकायत की गई थी कि पटवारी द्वारा 1 लाख 11 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है। संजीव यादव ने आवेदन में बताया कि पिता की मृत्यु साल 2011 में हो गई थी। उनके नाम जो जमीन थी, उसे भाइयों के नाम परिवर्तित करने के बदले पटवारी संजू रैकवार ने 1 लाख 11 हजार रुपए रिश्वत के तौर पर मांगे हैं।
शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त ने इसकी जांच की और सत्यता प्रमाणित होने पर ट्रैप टीम ने आज निर्धारित समय पर आवेदक द्वारा पटवारी को जैसे ही 10 हजार रुपये दिया वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने भ्रष्टाचारी पटवारी को रंगे हाथों पकड़ लिया। इस पूरे मामले में आरोपी के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।