सीजी भास्कर, 23 जून |
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने रायपुर में कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था लचर हो गई है। ऐसा लगता है कि यहां दिल्ली से सबकुछ मैनेज हो रहा, रायपुर का नियंत्रण कम है। जिन्हें शासन चलाने के लिए जनता से आशीर्वाद मिला है, वो भी हर निर्णय के लिए दिल्ली की ओर देख रहे हैं।
पायलट ने अमित शाह के नक्सलियों को ‘सोने नहीं देंगे’ वाले बयान पर कहा कि हम हिंसा के खिलाफ हैं, लेकिन कार्रवाई पारदर्शी और संवेदनशील तरीके से होनी चाहिए। आंतरिक सुरक्षा का विषय है इसलिए, सबको विश्वास में लेकर कार्रवाई की जानी चाहिए।
सचिन पायलट 2 दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचे हैं। राजीव भवन में कांग्रेस की मैराथन बैठकें लेंगे। पूर्व सीएम भूपेश बघेल समेत पार्टी के पदाधिकारी बैठक में शामिल होने पहुंचे हैं। पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक शुरू हो गई है। इसमें पार्टी के विधायक, पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष और संगठन विभागों के प्रमुख शामिल हैं।
अब तक के कार्यों की रिपोर्ट ली जाएगी- पायलट
रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने सदन में प्रभावशाली तरीके से मुद्दे उठाए हैं। अब पार्टी राज्य के प्रमुख मुद्दों पर रणनीतिक चर्चा करेगी। पार्टी के कार्यकारिणी सदस्य, जिला कांग्रेस अध्यक्ष और संगठन के प्रमुख विभागों की बैठकें होंगी।
पायलट ने बताया कि अब तक के कार्यों की रिपोर्ट ली जाएगी और 2025 के लिए संगठन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इस साल को राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने संगठन के लिए समर्पित किया है। बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठन में जो बदलाव जरूरी हैं, उन पर चर्चा होगी।
कार्रवाई पारदर्शी तरीके से होनी चाहिए
इसके साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नक्सलियों के खात्मे को लेकर बयान पर कहा कि हम हिंसा के खिलाफ हैं, लेकिन कार्रवाई पारदर्शी और संवेदनशील तरीके से होनी चाहिए। आंतरिक सुरक्षा का विषय सबको विश्वास में लेकर कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारे जवान जान पर खेलकर अपनी भूमिका निभाते हैं। नक्सली खात्मे के लिए केंद्रीय गृह मंत्री के 31 मार्च 2026 के टारगेट को लेकर पायलट ने कहा कि सोच समझ कर कठोर कदम उठाने चाहिए, हमारे जवान जान पर खेल कर अपनी भूमिका निभाते हैं।