सीजी भास्कर 22 अगस्त ।
कोलकाता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कोलकाता को तीन नई मेट्रो लाइनों की सौगात देंगे।
जिन रूट्स का उद्घाटन होना है उनमें येलो लाइन (नोआपारा–जय हिंद/बिमान बंदर), ग्रीन लाइन (सियालदह–एस्प्लेनेड) और ऑरेंज लाइन (बेलेघाटा–हेमंत मुखोपाध्याय) शामिल हैं।
इन परियोजनाओं की परिकल्पना पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी ने की थी।
ममता बनर्जी की भूमिका
ममता बनर्जी दो बार रेल मंत्री रह चुकी हैं। पहली बार 1999 से 2001 और दूसरी बार 2009 से 2011 तक उन्होंने मंत्रालय का कार्यभार संभाला।
उनके कार्यकाल में कोलकाता की कई मेट्रो परियोजनाओं को नया आयाम मिला। रेलवे बजट 2009–2010 में उन्होंने कई महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणा की थी, जिनमें इन मेट्रो लाइनों का संरेखण भी शामिल था।
येलो लाइन: एयरपोर्ट कनेक्टिविटी
येलो लाइन का रूट नोआपारा से जय हिंद (बिमान बंदर) तक है। इसका उद्देश्य उत्तर कोलकाता और हवाई अड्डे को सीधे जोड़ना है।
ममता बनर्जी ने अपने बजट भाषण में इस रूट का ऐलान किया था। पहले इसका संरेखण नोआपारा से बारासात तक था, जिसे बाद में एयरपोर्ट मार्ग से जोड़ा गया।
ग्रीन लाइन: सियालदह से एस्प्लेनेड
ग्रीन लाइन के नए खंड का भी श्रेय ममता बनर्जी की दूरदर्शिता को जाता है। मूल रूप से यह लाइन सेंट्रल एवेन्यू के रास्ते बनाई जानी थी, लेकिन उन्होंने इसमें बदलाव कर इसे हावड़ा मैदान से साल्ट लेक होते हुए बीबीडी बाग और एस्प्लेनेड तक विस्तारित किया।
इस रूट का पहला चरण 2022 में शुरू हो चुका है और अब सियालदह से एस्प्लेनेड तक का हिस्सा उद्घाटन के लिए तैयार है।
ऑरेंज लाइन: गड़िया से एयरपोर्ट तक
ऑरेंज लाइन कवि सुभाष (न्यू गड़िया) से बिमान बंदर (जय हिंद) तक जाएगी। इस लाइन का पहला चरण कवि सुभाष से हेमंत मुखोपाध्याय तक मार्च 2024 में पीएम मोदी ने शुरू किया था। अब इसका दूसरा चरण बेलेघाटा तक यात्रियों के लिए खुलने जा रहा है।
रेलवे के आधुनिकीकरण की योजना
रेल मंत्री रहते हुए ममता बनर्जी ने सिर्फ मेट्रो नेटवर्क पर ही ध्यान नहीं दिया, बल्कि रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने की योजना भी बनाई थी।
2009–2010 के रेलवे बजट में उन्होंने 50 स्टेशनों को विश्व-स्तरीय विकसित करने की घोषणा की थी। अगले वर्ष 10 और स्टेशनों को इस पहल में जोड़ा गया।