सीजी भास्कर, 02 सितंबर। नवा रायपुर इस बार इतिहास रचने जा रहा है। 28 से 30 नवंबर 2025 तक यहां देशभर के पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक एक साथ जुटेंगे। (Police Conference 2025) यह सम्मेलन नवा रायपुर के मरीन ड्राइव परिसर में होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे और समापन गृह मंत्री अमित शाह करेंगे।
यह 60वां अखिल भारतीय डीजीपी-आईजीपी सम्मेलन है, जो पहली बार छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित हो रहा है। (Police Conference 2025) इससे पहले यह सम्मेलन भुवनेश्वर, ओडिशा में हुआ था। अधिकारियों के मुताबिक, यह आयोजन आंतरिक सुरक्षा और राष्ट्रीय महत्व के कई अहम विषयों को कवर करेगा।
सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी मौजूदगी
डिप्टी सीएम व गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि इस सम्मेलन में रॉ, आईबी, सीबीआई और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के प्रमुख शामिल होंगे। डीजीपी अरुणदेव गौतम अपने राज्यों की कानून व्यवस्था, उससे जुड़ी चुनौतियों और उनके समाधान के तौर-तरीकों को साझा करेंगे। (Police Conference 2025) इसके साथ ही नए प्रैक्टिसेस और आधुनिक तकनीक को लेकर भी गहन चर्चा होगी।
आंतरिक सुरक्षा और माओवादी चुनौती
तीन दिवसीय सम्मेलन में आंतरिक सुरक्षा से जुड़े कई अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा। इसमें आतंकवाद विरोधी प्रयास, ड्रग्स नियंत्रण, साइबर सुरक्षा, सीमा प्रबंधन और खासकर माओवादी हिंसा जैसे मुद्दे केंद्र में रहेंगे। छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में हाल ही में पुलिस और केंद्रीय बलों की संयुक्त कार्रवाई से मिली सफलताओं को भी रेखांकित किया जाएगा। (Police Conference 2025) सम्मेलन में इन अनुभवों से सीख लेकर भविष्य की रणनीतियों पर मंथन होगा।
बस्तर मॉडल पर फोकस
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में माओवादी विरोधी अभियानों के दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों ने नई रणनीतियों और स्थानीय लोगों की भागीदारी से उल्लेखनीय सफलता पाई है। सम्मेलन में इसी बस्तर मॉडल को अन्य राज्यों में लागू करने पर भी चर्चा की जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस सम्मेलन से आने वाले समय में राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीतियों को नई दिशा मिलेगी।