रायपुर, 5 अगस्त 2025 |
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़े घोटाले की परतें खोलते हुए जबरदस्त छापेमारी की है। मेडिकल उपकरणों और रि-एजेंट खरीद घोटाले से जुड़े इस मामले में ईडी ने कुल 40 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां जब्त की हैं।
30-31 जुलाई को चला छापेमारी अभियान
ईडी ने पीएमएलए (Prevention of Money Laundering Act), 2002 के तहत 30 और 31 जुलाई को एक साथ रायपुर और अन्य जगहों पर दबिश दी। यह कार्रवाई शशांक चोपड़ा, उनके परिजनों, व्यापारिक साझेदारों और कुछ सरकारी अधिकारियों के खिलाफ की गई।
सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी 20 से अधिक लोकेशनों पर की गई, जिसमें आवासीय परिसर, दफ्तर, गोदाम और वित्तीय संस्थान शामिल थे।
जब्त की गई संपत्ति में क्या-क्या शामिल है?
- करोड़ों की बैंक जमा राशि
- फिक्स्ड डिपॉजिट्स (FD)
- डीमैट खातों में शेयर
- लग्ज़री वाहन
- डिजिटल डिवाइसेज़ और दस्तावेज
- अचल संपत्तियों के कागजात
ईडी के अनुसार, इन सभी संपत्तियों का अनुमानित मूल्य ₹40 करोड़ से अधिक है। कुछ संपत्तियों को फ्रीज़ किया गया है जबकि कुछ की जांच जारी है।
ईडी का बयान: जांच जारी, बड़े खुलासों की संभावना
ईडी ने बयान जारी कर कहा है कि यह घोटाला केवल मेडिकल सप्लाई तक सीमित नहीं है। जांच में सरकारी खरीद प्रक्रिया, टेंडर में गड़बड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के कई लिंक मिले हैं। एजेंसी ने यह भी इशारा किया है कि आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में एक के बाद एक घोटाले
हाल के महीनों में राज्य में हुए कई वित्तीय अनियमितताओं की जांच चल रही है, और ईडी की यह कार्रवाई उसी सिलसिले की अगली कड़ी मानी जा रही है। इससे पहले कोयला परिवहन, शराब घोटाला और नौकरी घोटाले में भी जांच एजेंसियों ने बड़े नामों को घेरे में लिया था।