सीजी भास्कर, 02 जुलाई। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के संसद में दिए गए बयान का देश भर में विरोध हो रहा है। भाजपा भाजयुमो सहित हिंदूवादी संगठन जगह-जगह राहुल गांधी का पुतला दहन कर विरोध जता रहे हैं। दरअसल हिंदू हिंसावादी है, के बयान पर राहुल की जमकर किरकिरी हो रही है।
आज दुर्ग के पटेल चौक पर हिंदू युवा मंच ने राहुल गांधी के पुतले को जूते की माला पहना रोड पर घसीटा और फिर आग लगा दी। यहां सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने राहुल के बयान की निंदा करते हुए उनसे हिंदुओं से माफी की मांगने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की।
पुतला दहन प्रदर्शन के दौरान पार्षद और हिंदू युवा मंच के कार्यकर्ता अरुण सिंह ने कहा कि संसद में राहुल गांधी का हिंदू को लेकर दिया गया बयान बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि हिंदू हिंसा करता है, हिन्दू असत्य बात करता है, ऐसी बातें का जो उन्होंने किया है उससे प्रतीत होता है कि राहुल किस जाति के हैं? हमें तो लगता था वह भी हिंदू हैं, पर इस बयान के बाद उनकी जाति और धर्म की जानकारी सभी को लेना पड़ेगा। वह जरूर ही किसी ऐसी जाति धर्म के हैं जो इस भारत भूमि पर नहीं है।
पार्षद अरूण सिंह ने कहा अगर हिंदू हिंसावादी होता तो राहुल की दादी 1975 में इमरजेंसी नहीं लगा पाती, अगर हिंदू हिंसावादी होता तो देश का बंटवारा कांग्रेसी नहीं कर पाते, अगर हिंदू हिंसावादी होता तो फिर 1984 के दंगे नहीं करा पाते। हम नफरत फैलाते हैं, ये कहना है राहुल गांधी का और हमें बताया जाता है कि किसी भी आतंक का कोई मजहब नहीं होता और फिर हिंदू हिंसक होते हैं राहुल संसद में चिल्ला रहे हैं। ऐसी भाषा का इस्तेमाल उनको बहुत भारी पड़ेगा और आने वाले समय में कांग्रेस का जो हाथ मोड़ा गया है, उसे तोड़ा जाएगा। मोदीजी ने भी उनके बयान की निंदा की है। हम ऐसी भाषा को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे और आने वाले समय पर हम कांग्रेस का विरोध करेंगे। आज उनका पुतला दहन किया गया, उनको घसीटा गया, उनको जूते की माला पहनाई गई उसके बाद उनको आग के हवाले कर दिया गया। अगर ऐसे ही घटना घटती रही तो देश में आक्रोश बढ़ेगा और राहुल की जो मनोकामना है कि हिंदू हिंसावादी है, बिल्कुल हिंसक हो जाएगा।