सीजी भास्कर 17 दिसम्बर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपने तय विदेशी दौरे के तहत जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंच चुके हैं। Rahul Gandhi Berlin Visit के दौरान उनके आगमन पर प्रवासी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। हवाई अड्डे पर मौजूद नेताओं और समर्थकों ने मालाएं पहनाकर उनका अभिनंदन किया।
यूरोप भर के कांग्रेस नेताओं से होगी मुलाकात
बर्लिन में राहुल गांधी एक विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जहां यूरोप के अलग-अलग देशों से आए कांग्रेस से जुड़े नेताओं से उनकी मुलाकात तय है। (European Congress Leaders Meet) इस बैठक को पार्टी की अंतरराष्ट्रीय रणनीति और संगठनात्मक संवाद के लिहाज से अहम माना जा रहा है।
भारतीय प्रवासियों से संवाद रहेगा खास एजेंडा
इस दौरे के दौरान राहुल गांधी भारतीय प्रवासी समुदाय को भी संबोधित करेंगे। बताया जा रहा है कि चर्चा का फोकस एनआरआई से जुड़े मुद्दे, उनकी चुनौतियां और विदेश में कांग्रेस की विचारधारा को मजबूत करने की रणनीति पर रहेगा।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस की भूमिका पर मंथन
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि यह दौरा संगठन को नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है। बैठक में यह भी विचार किया जाएगा कि विदेशों में रहने वाले भारतीयों को पार्टी से और प्रभावी तरीके से कैसे जोड़ा जाए।
दौरे को लेकर सियासी बयानबाज़ी तेज
राहुल गांधी के इस पांच दिवसीय जर्मनी दौरे की घोषणा संसद सत्र के दौरान हुई थी, जिसके बाद देश की राजनीति में बयानबाज़ी तेज हो गई। सत्तापक्ष की ओर से उनके विदेशी दौरों को लेकर सवाल उठाए गए, वहीं कांग्रेस नेताओं ने इन आलोचनाओं को राजनीतिक बताया।
कांग्रेस की दलील: वैश्विक संवाद जरूरी
कांग्रेस नेतृत्व का कहना है कि वैश्विक मंचों पर संवाद करना और प्रवासी भारतीयों से जुड़ना आज की राजनीति की जरूरत है। पार्टी नेताओं के मुताबिक, Rahul Gandhi Berlin Visit का उद्देश्य संगठन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती देना और लोकतांत्रिक मूल्यों पर संवाद को आगे बढ़ाना है।
20 दिसंबर तक चलेगा जर्मनी प्रवास
राहुल गांधी का यह जर्मनी दौरा 20 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस दौरान वे कई बंद कमरे की बैठकों और सार्वजनिक संवाद कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे, जिनके राजनीतिक संकेतों पर आने वाले दिनों में नजर रहेगी।

