संसद सत्र के बीच राहुल गांधी की विदेश यात्राओं को लेकर सियासी बयानबाज़ी तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता पर सीधा हमला बोलते हुए कहा है कि विपक्ष की भूमिका निभाने के बजाय वह लगातार देश से बाहर रहते हैं। यह विवाद अब Rahul Gandhi Foreign Trips Row के रूप में राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है।
भाजपा का आरोप: संसद से ज्यादा विदेश प्राथमिकता
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने सवाल उठाते हुए कहा कि विपक्ष के नेता की सबसे बड़ी जिम्मेदारी संसद में मौजूद रहकर जनता की आवाज़ बनना है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी सत्र के दौरान विदेश जाकर ऐसे लोगों से मुलाकात कर रहे हैं, जिन पर भारत विरोधी सोच रखने के आरोप लगते रहे हैं।
विदेशी संस्थानों से मुलाकात पर निशाना
भाजपा की ओर से यह भी कहा गया कि हालिया विदेश दौरे में राहुल गांधी ने जर्मनी स्थित एक शिक्षण संस्थान में कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों से मुलाकात की। भाटिया ने आरोप लगाया कि ऐसे संपर्कों के राजनीतिक और वैचारिक निहितार्थ हैं, जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। यह मुद्दा भी (Rahul Gandhi Foreign Trips Row) के तहत सामने आया है।
एजेंडे पर उठे सवाल
भाजपा नेता ने यह कहते हुए सवाल खड़े किए कि विपक्ष का नेता उन लोगों से संवाद क्यों कर रहा है, जिन पर भारत की नीतियों और संस्थानों को लेकर आलोचनात्मक रुख अपनाने के आरोप लगते रहे हैं। उनका कहना था कि इससे देश की राजनीति में गलत संदेश जाता है।
ममता बनर्जी पर भी साधा निशाना
इसी बयानबाज़ी के दौरान भाजपा ने पश्चिम बंगाल की राजनीति का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी हमला बोला। आरोप लगाया गया कि राज्य में कुछ बयानों और घटनाओं से सामाजिक तनाव बढ़ा है और धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं, जिस पर विपक्ष की चुप्पी सवाल खड़े करती है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया का इंतज़ार
भाजपा की ओर से लगाए गए आरोपों पर कांग्रेस की तरफ से अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा संसद और सियासी मंचों पर और गर्मा सकता है।


