सीजी भास्कर, 21 नवंबर। भिलाई के बीएमवाय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बीडी यार्ड में शुक्रवार की सुबह रेल दुर्घटना ( Bhilai Railway Accident ) हो गई। यात्री ट्रेन बेपटरी हो गई और हादसा हो गया, बाद में इसमें आग भी लग गई थी। जानकारी लगते ही मौके पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, रायपुर रेल मंडल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को तत्परता से दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन से निकाला गया और प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया। यह सारा घटनाक्रम रेलवे एवं एनडीआरएफ के माक ड्रिल ( Rail Accident Mock Drill ) का हिस्सा था।
बीडी यार्ड में शुक्रवार की सुबह लगभग साढ़े दस बजे शुरू हुए रेल दुर्घटना माक ड्रिल में यात्री ट्रेन के बेपटरी होने की स्थिति तैयार की गई। दुर्घटना का सायरन बजते ही पूरे यार्ड में वास्तविक आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई और राहत-बचाव दलों ने बिना समय गंवाए अपने-अपने कार्यों की जिम्मेदारी संभाल ली। इस माक ड्रिल में दो सौ से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। इनमें रेलवे का तकनीकी अमला, सुरक्षा बल, चिकित्सकीय टीमें, ट्रैफिक और इंजीनियरिंग विभाग के विशेषज्ञ भी शामिल थे। घायलों की भूमिका निभा रहे लोगों को सुव्यवस्थित तरीके से ट्रेन से निकाला गया तथा प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया ( NDRF Rescue Operation )।
अभ्यास के दौरान अत्याधुनिक बचाव तकनीकों का भी उपयोग किया गया, जिनमें हाइड्रोलिक कटर व स्प्रेडर से कोच के दरवाजे खोलना, एयरलिफ्ट बैग से कोच को स्थिर करना, थर्मल इमेजिंग डिवाइस से धुएं में फंसे यात्रियों का पता लगाना और स्ट्रेचर-चेन सिस्टम द्वारा सुरक्षित निकासी जैसी तकनीकें शामिल थीं। संचार समन्वय बनाए रखने के लिए हैंड-हेल्ड वायरलेस नेटवर्क और मोबाइल कमांड कंट्रोल वाहन ( Railway Safety Drill ) का उपयोग किया गया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह अभ्यास रेलवे और एनडीआरएफ की आपदा प्रबंधन क्षमता को परखने और वास्तविक परिस्थितियों में त्वरित, सुरक्षित एवं प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया।
