सीजी भास्कर 9 दिसम्बर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में Raipur Burn Case के नाम से सामने आई घटना ने सभी को झकझोर दिया है। 45 वर्षीय अरुण पटवा, जो अपनी भतीजी की शादी से लौटकर घर आए थे, मामूली विवाद के बाद ऐसी आग में झुलस गए कि उनकी जान नहीं बच सकी। देर रात हुए झगड़े के बाद जब सब शांत दिखाई दे रहा था, तभी अचानक घर के भीतर हुई हलचल ने एक दर्दनाक मोड़ ले लिया।
शिकायत—पत्नी ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगाई, फिर कमरे को बाहर से बंद कर भागी
परिजनों और पड़ोसियों के अनुसार, अरुण जब सोने गए, उसी वक्त पत्नी की नाराज़गी फिर भड़क उठी। आरोप है कि इसी दौरान पत्नी ने अरुण पर पेट्रोल छिड़का और आग लगा दी, फिर कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर वहां से गायब हो गई।
कुछ ही पलों में घर के अंदर दिल दहला देने वाली चीखें गूंज उठीं—अरुण दर्द से कराहते हुए बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे।
पड़ोसियों की सतर्कता से मिली मदद, लेकिन जान नहीं बच सकी
जलते हुए कमरे से उठी बदबू और आवाज़ें सुनकर पड़ोसी तुरंत दौड़े। उन्होंने दरवाजा तोड़ने की कोशिश की और पुलिस को सूचना दी। करीब 70% जल चुके अरुण को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि शरीर पर लगी गहरी चोटों के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका।
इस burn attack pattern ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है।
22 साल पुरानी शादी…कोई संतान नहीं…लंबे समय से चल रहे थे मतभेद
परिजनों के मुताबिक, अरुण और उनकी पत्नी की शादी को करीब 22 साल हो चुके थे, लेकिन दंपत्ति के कोई बच्चे नहीं थे। परिवार वालों का कहना है कि बच्चों की कमी और घरेलू तनाव के कारण दोनों के बीच वर्षों से विवाद चलता आ रहा था।
कई बार स्थितियाँ इतनी बिगड़ चुकी थीं कि मामला थाने तक पहुंच गया था। रिश्तेदारों का आरोप है कि पत्नी अक्सर आत्महत्या की धमकी देकर घर में डर का माहौल बना देती थी।
पुलिस की जांच तेज, फोरेंसिक टीम जुटी—क्या हुआ उस रात?
पुलिस ने आरोपी पत्नी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है और जांच गहराई से की जा रही है। अधिकारी यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि घटना वाली रात झगड़ा कितनी देर चला, क्या कोई और मौजूद था, और क्या यह हमला अचानक गुस्से में हुआ या पहले से योजना बनाई गई थी।
फोरेंसिक टीम घर से कई अहम नमूने जुटाकर ले गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद केस की दिशा और स्पष्ट होगी। इस पूरे मामले ने domestic violence fire assault की गंभीरता को फिर सामने ला दिया है।
इलाके में दहशत, लोग बोले—“कल्पना नहीं की थी कि घरेलू झगड़ा इतना खतरनाक हो सकता है”
घटना के बाद कॉलोनी में सन्नाटा पसरा है। पड़ोसी और स्थानीय लोग मानने को तैयार नहीं कि रोज़मर्रा के झगड़े की आग एक दिन सचमुच मौत तक पहुंचा देगी।
परिजन अब न्याय की मांग कर रहे हैं और आरोपी पत्नी की कड़ी कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।


