सीजी भास्कर, 27 फरवरी।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू से ED दफ्तर में 7 घंटे से पूछताछ हुई। वहीं इसके खिलाफ कांग्रेस नेता ED के दफ्तर के बाहर जुट गए। उन्होंने बीजेपी कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर की जांच की मांग को लेकर नारेबाजी की।
7 घंटे बाद ED दफ्तर से बाहर निकले मलकीत सिंह गैदू ने कहा कि, जो भी दस्तावेज मांगे गए थे मैंने सबमिट किए हैं। उसके बाद भी शराब घोटाले और पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा से जुड़े सवाल भी पूछे गए। 3 मार्च को फिर से ED ने दस्तावेजों के साथ बुलाया है।
दिल्ली बीजेपी कार्यालय का हिसाब पूछें- बघेल
प्रदर्शन में कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे, यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष आकाश शर्मा समेत कई कार्यकर्ता शामिल रहे। दरअसल, ED ने सुकमा और कोंटा में बने कांग्रेस कार्यालय (राजीव भवन) के निर्माण के संबंध में समन जारी किया था। 4 तथ्यों में जानकारी मांगी थी। गैदू ने कहा कि, 30 पन्नों में जवाब तैयार किया गया है। ED ने मुख्य रूप से फंडिंग, ठेकेदार और निर्माण कार्य की शुरुआत से जुड़े सवालों को लेकर जवाब मांगा है।
इस कार्रवाई को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कहा कि, लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ED कार्रवाई कर रही है। ED और IT का काम कांग्रेस को बदनाम करने का रह गया है। हिम्मत है तो दिल्ली में बने कार्यालय का हिसाब पूछ लें। बीजेपी से भी पूछ लें कांग्रेस से ही पूछेंगे क्या?
रायपुर के राजीव भवन पहुंची थी ED
इससे पहले, मंगलवार को 4 सदस्यीय ED टीम सुरक्षा बलों के साथ रायपुर स्थित कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन भी पहुंची थी। यहां मलकीत सिंह गैदू को समन सौंपा गया था। जांच एजेंसी ने कांग्रेस से यह स्पष्ट करने को कहा है कि सुकमा और कोंटा में बने राजीव भवन का निर्माण किस सोर्स से हुआ। इसमें किसने पैसा दिया और निर्माण कार्य की पूरी प्रक्रिया क्या रही?
कांग्रेस नेताओं ने इस कार्रवाई को लेकर एक सीक्रेट मीटिंग भी की थी, जिसमें कानूनी विशेषज्ञ और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद रहे। बैठक में यह तय किया गया कि जांच एजेंसी को सभी जरूरी दस्तावेज सौंपे जाएंगे और पूरे मामले में सहयोग किया जाएगा।
मलकीत सिंह गैदू ने कहा कि, हमारे पास हर सवाल का जवाब है और हम जांच एजेंसी का पूरा सहयोग करेंगे। हमने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि जो भी जानकारी मांगी गई है, वह देने के लिए तैयार हैं।
समन में में 4 बिंदुओं में जानकारी मांगी गई है
- कांग्रेस भवन कोंटा और सुकमा का काम कब शुरू हुआ और कब समाप्त हुआ?
- कांग्रेस भवन निर्माण करने वाले ठेकेदार का नाम और डिटेल?
- भवन निर्माण के लिए और जमीन खरीदने के लिए कितनी राशि खर्च की गई?
- फंड का सोर्स क्या था? दीपक बैज ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के लग्जरी कार्यालय में ED नहीं गई।
बैजे बोले- छेरछेरा पुन्नी के दान से बना कांग्रेस भवन
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने ED की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस भवन छेरछेरा पुन्नी के दान और कार्यकर्ताओं के सहयोग से बना था, लेकिन अब केंद्र सरकार के इशारे पर इसे जांच के दायरे में लाया गया है। उन्होंने कहा कि पहली बार देश के इतिहास में किसी विपक्षी पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर इस तरह की कार्रवाई हो रही है।
दीपक बैज ने कहा, ED ने समन भेजा है, जबकि हमारे पास हर पाई-पाई का हिसाब मौजूद है। अगर कांग्रेस भवन को लेकर जांच की जा रही है, तो फिर बीजेपी के प्रदेश कार्यालय की जांच क्यों नहीं हो रही?बीजेपी का कार्यालय 150 से 200 करोड़ की लागत से बना है, लेकिन वहां ED नहीं जाती।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ED और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और विपक्ष को कमजोर करने की साजिश कर रही है।
ED की अगली कार्रवाई पर नजर
यह पहला मौका है जब ED ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर इस तरह से समन जारी किया है। इससे पहले शराब घोटाले से जुड़े कई मामलों में कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों से पूछताछ हो चुकी है। अब यह देखना होगा कि ED की पूछताछ के बाद इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और क्या किसी और नेता को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाता है।