Raipur Security Conference ने आज छत्तीसगढ़ की राजधानी को देश की सुरक्षा चर्चाओं के केन्द्र में ला खड़ा किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल रायपुर पहुंच चुके हैं, जहां तीन दिवसीय DGP–IG सम्मेलन की गतिविधियां शुरू हो गई हैं।
नवा रायपुर स्थित IIM परिसर इस समय देश के शीर्ष सुरक्षा विशेषज्ञों, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और खुफिया तंत्र के रणनीतिक मंथन का मुख्य स्थल बन गया है।
NSA डोभाल के आगमन पर कड़ा सुरक्षा घेरा, एयरपोर्ट से विश्रामगृह तक विशेष रूट
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रायपुर पहुंचने के साथ ही प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की गतिविधियां और तेज हो गईं। शुक्रवार दोपहर NSA डोभाल जब एयरपोर्ट पहुंचे, तो उनका स्वागत करते हुए अधिकारियों ने पूरे मार्ग पर विशेष सुरक्षा साधन तैनात किए।
उनके आगमन को देखते हुए एयरपोर्ट से लेकर नवा रायपुर के विश्रामगृह तक high-security movement लागू किया गया, जिसमें बहुस्तरीय तैनाती और रूट सुरक्षा दोनों शामिल थीं।
Raipur Security Conference: IIM रायपुर में DGP–IG कॉन्फ्रेंस, रणनीति पर शुरुआती इनपुट लिए जा रहे
कुछ समय विश्राम के बाद अजीत डोभाल दोपहर में IIM रायपुर पहुंचे, जहां सम्मेलन का पहला सत्र चल रहा है।
पहले दिन NSA ने शीर्ष अधिकारियों से मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों, राज्य-स्तरीय इनपुट और खुफिया रणनीतियों पर प्रारंभिक रिपोर्ट्स लीं।
कॉन्फ्रेंस के अंदर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा national security framework पर विस्तृत प्रेजेंटेशन भी तैयार किए जा रहे हैं।
देशभर से जुटे 600 से अधिक अधिकारी, पुलिसिंग के सबसे बड़े मंच पर मंथन
इस सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के DGP, IG, ADG सहित केंद्रीय सुरक्षा संगठनों के अधिकारी शामिल हो रहे हैं।
करीब 600 से ज्यादा अधिकारी तीन दिनों तक कानून-व्यवस्था, खुफिया नेटवर्क और आधुनिक सुरक्षा तकनीकों पर एक साथ चर्चा करेंगे।
यह आयोजन पुलिस व्यवस्था के सबसे बड़े वार्षिक मंच के रूप में जाना जाता है, जहां केंद्र और राज्यों की एजेंसियों की संयुक्त रणनीति तैयार की जाती है।
Raipur Security Conference: आतंकवाद, साइबरक्राइम और नक्सल चुनौती—कई मोर्चों पर गहन समीक्षा
कॉन्फ्रेंस का मुख्य फोकस आतंकवाद विरोधी उपाय, साइबर सुरक्षा, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा सुधार और अंतरराज्यीय अपराध नियंत्रण पर रहेगा।
डोभाल अधिकारियों से multi-layer security plan को लेकर विस्तृत प्रस्तुति मांग रहे हैं, ताकि भविष्य की चुनौतियों के लिए अधिक मजबूत ढांचा तैयार किया जा सके।
साथ ही, तकनीक-आधारित पुलिसिंग, डेटा इंटीग्रेशन और इंटेलिजेंस कोऑर्डिनेशन को लेकर भी कई सत्र निर्धारित हैं।
रायपुर बना राष्ट्रीय सुरक्षा का पावर हब, देश की निगाहें छत्तीसगढ़ पर
तीन दिनों के लिए रायपुर देश की सुरक्षा नीति का प्रमुख केन्द्र बन गया है।
पहली बार इतनी बड़ी संख्या में शीर्ष अधिकारी एक ही मंच पर सुरक्षा रणनीति के लिए जुट रहे हैं, जिससे न केवल इस कॉन्फ्रेंस का महत्व बढ़ गया है, बल्कि राजधानी रायपुर की भूमिका भी राष्ट्रीय स्तर पर उभरी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस सम्मेलन से आने वाले महीनों में देश की सुरक्षा नीति में कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
