सीजी भास्कर 23 मार्च राजस्थान के बाड़मेर में एक दिल दहलाने वाली वारदात हुई है. यहां एक घर में चोरी के इरादे से घुसे बदमाशों ने एक 12 साल की लड़की का गला रेत दिया. बदमाशों ने पूरे घर में तलाशी ली, लेकिन जब कोई कीमती चीज नहीं मिली तो मरी हुई बच्ची के नाक और कान में पहने गहने नोंच कर फरार हो गए. घटना रविवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे की है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.
पुलिस के मुताबिक यह वारदात लाहौरिया थाना क्षेत्र के पालोदा गांव का है.वारदात के वक्त महज 12 साल की इस बच्ची को घर में छोड़ कर उसके माता-पिता और परिवार के बाकी लोग काम करने के लिए खेत में गए थे. इधर, करीब साढ़े 10 बजे घर में सन्नाटा पसरा देखकर चोर घुस आए. उन्हें देखकर चौथी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची ने शोर मचाया तो बदमाशों ने लपककर उसका मुंह बंद कर दिया और चाकू से उसका गला रेत दिया. इस वारदात में बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक बच्ची को मारने के बाद बदमाशों ने बड़े इत्मीनान से पूरे घर की तलाशी ली, लेकिन उन्हें कोई कीमती चीज हाथ नहीं लगी.सब्जी काटने वाले चाकू से रेता गलाऐसे में जाते जाते बदमाशों ने बच्ची के कान से सोने की बाली और नाक में पहनी कील को नोंच लिया
और चुपचाप दरवाजा सटाकर वहां से फरार हो गए. दोपहर में जब बच्ची के परिजन खेत से खाना खाने के लिए घर लौटे तो उन्हें बच्ची का शव खून से लथपथ मिला. वही बगल में सब्जी काटने वाला चाकू भी पड़ा था, जिससे बदमाशों ने बच्ची का गला रेता था. यह हाल देखकर तो बच्ची की मां बेसुध होकर गिर पड़ी. आनन फानन में घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची का शव कब्जे में लेने के बाद अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज किया है.सड़क जामकर लोगों ने किया प्रदर्शनपुलिस के मुताबिक चौथी कक्षा में पढ़ने वाली यह बच्ची जाह्नवी पाटीदार यहां रहने वाले लालजी पाटीदार की बेटी थी.
घटना के वक्त लालजी अपनी दो बेटियों, पत्नी और बेटे के साथ खेत में काम करने गए थे. घटना की जानकारी होने पर गांव के लोग और पटेल पाटीदार समाज एकजुट हो गया. इन लोगों ने बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए रोड जाम कर दिया. हालांकि मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया. हालांकि अभी भी ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़े हैं.