सीजी भास्कर, 08 अप्रैल : छत्तीसगढ़ के राजनांदगाव (Rajnandgaon News) जिले में एक अनोखी घटना सामने आई है। यहां एक ही परिवार के आठ सदस्यों ने अपने देहदान का निर्णय लिया है।
(Rajnandgaon News) रिटायर्ड शिक्षक पुनरद दास साहू ने बताया कि उनके प्रेरणादायक उदाहरण के चलते गांव के अन्य लोगों ने भी अपने शरीर को मृत्यु के बाद दान करने का संकल्प लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर कुल 144 लोगों ने इस संकल्प को स्वीकार किया है।
सेवानिवृत्त शिक्षक पुनरद दास साहू ने बताया कि उनकी प्रेरणा से, उनके परिवार के सदस्यों सहित 144 लोगों ने अपने शरीर दान करने का संकल्प लिया है। उनके परिवार के 8 सदस्यों ने पहले ही अपने शरीर दान कर दिए हैं।
वे लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं कि किसी और के काम आने से बड़ा कोई आशीर्वाद नहीं होता। यह सबसे बड़ा ‘दान’ है। उन्होंने 14 अक्टूबर 2014 को अपना शरीर दान किया था और तब से इस विषय पर जागरूकता बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं।
ससुर से मिली प्रेरणा से लिया निर्णय (Rajnandgaon News)
महिला सूर्योन्ति साहू ने बताया कि अपने ससुर से प्रेरणा लेकर, उनके परिवार के 8 सदस्यों ने अपने शरीर दान करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, “मेरे मरने के बाद मेरा शरीर दूसरों के काम आएगा, इसलिए मैंने इसे दान करने का फैसला किया है।”
परिवार के एक अन्य सदस्य विष्णु दास साहू ने भी अपने पिता से प्रेरणा लेने की बात कही। उन्होंने कहा, “हम जीते जी अपने शरीर का उपयोग करते हैं, लेकिन अगर मरने के बाद हमारा शरीर दूसरों के काम आ सके, तो यह एक अच्छी बात होगी। इसी कारण मैंने अपना शरीर दान करने का निर्णय लिया है।”