सीजी भास्कर, 14 जनवरी। संकट मोचन हनुमान मंदिर कैंम्प-1 परिसर में मकर संक्रांति का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। खिचड़ी भोग का विशेष आयोजन किया गया। सनातन धर्म में विशेष महत्व रखने वाले इस त्यौहार पर लोगों ने स्नान-दान और पूजा-पाठ के साथ दिन की शुरुआत की।
इस अवसर पर आचार्य पं. ओमप्रकाश द्विवेदी ने बताया कि इस दिन सूर्य देव का धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश होता है, जिसे मकर संक्रांति कहा जाता है। प्राचीन धार्मिक ग्रंथों में भी मकर संक्रांति पर खिचड़ी बनाने और खाने की परंपरा का विशेष उल्लेख मिलता है। सर्दियों में शरीर को आवश्यक ऊर्जा भी प्रदान करती है।
आचार्य पंडित ओमप्रकाश द्विवेदी के अनुसार, खिचड़ी का संबंध भगवान सूर्य और शनि देव से जुड़ा हुआ है। विश्वास है कि इस दिन खिचड़ी बनाने और खाने से घर में सुख-समृद्धि आती है। दाल, चावल और हरी सब्जियों से बनी खिचड़ी न केवल सुपाच्य होती है, बल्कि सर्दियों में शरीर को आवश्यक ऊर्जा भी प्रदान करती है।
आचार्य पंडित ओमप्रकाश द्विवेदी के सानिंध्य में मकर संक्रान्ति के पावन पर्व पर संकट मोचन हनुमान मन्दिर कैम्प-1 के प्रांगण में विगत वर्षानुसार इस वर्ष भी श्रीराम चरित मानस पाठ एवं भगवान आशुतोष का रुद्राभिषेक, हवन एवं भण्डार का कार्य सम्पन्न हुआ। जिसमें शहर व क्षेत्र के सैकड़ों लोग उपस्थित होकर के अभिषेक एवं आहुति देकर प्रसाद ग्रहण कर एवं हनुमानजी का दर्शन लाभ प्राप्त किया। कार्यक्रम में वयोवृद्ध डॉ. मिथिलाशरण द्विवेदी का श्रीफल शाल के द्वारा बाबू वृज किशोर के चारों भाइयों द्वारा सम्मान किया गया। आचार्य ओम प्रकाश द्विवेदी एवं उनके अनुज सत्यप्रकाश द्विवेदी द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार किया गया।