सीजी भास्कर, 07 जून। पिछले कुछ दिनों से ‘जल आवर्धन योजना’ के नल कनेक्शन से दूषित पानी सप्लाई हो रहा है। क्षेत्र वासियों की शिकायत है कि मटमैले पानी के साथ ही अब रंग-बिरंगा लाल, हरा, नीला, पीला और काला पानी नल से आ रहा है, जो कि स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है।
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के उपनगर लालबाग में इस समस्या को लेकर क्षेत्र की महिलाएं और पुरुष नगर निगम की अध्यक्ष अनीता अमर यादव के अगुवाई में शिकायत करने के लिए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां कलेक्टर ने उन्हें समस्या का शीघ्र समाधान करने का आश्वासन दिया।
दरअसल, बुरहानपुर में स्वच्छ और शुद्ध जल उपलब्ध करवाने के उदेश्य से ‘जल आवर्धन योजना’ की शुरुआत की गई थी। सही समय में योजना का कार्य पूर्ण हो जाना था, लेकिन अभी तक योजना का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। जल आवर्धन योजना के चलते शहर की सड़कों की हालत भी खराब हो चुकी है, क्योंकि ठेकेदार कंपनी द्वारा पाइप लाइन बिछाने के लिए जगह-जगह गड्ढे खोद दिए गए हैं। जिसके चलते शहर वासियों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं अब काफी लंबे इंतजार के बाद जल आवर्धन योजना की टेस्टिंग शुरू हो गई है, जिसमें दूषित पानी सप्लाई हो रहा है। पिछले वर्ष दूषित पानी पीने के चलते कई वार्डों में बच्चों की तबीयत भी बिगड़ने का मामला सामने आ चुका है, लेकिन बावजूद इसके अभी तक इस मामले पर जिम्मेदारों ने सुध नहीं ली। इसके बाद अब फिर शहर के उपनगर लालबाग में जल आवर्धन योजना के अंतर्गत दूषित पानी सप्लाई का मामला सामने आ रहा है, जो कि सीधे-सीधे नागरिकों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है।
नगर निगम की अध्यक्ष अनीता अमर यादव ने बताया कि जल आवर्धन योजना को शहर वासियों को शुद्ध और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए शुरू किया गया था, लेकिन अब यही योजना शहर वासियों के स्वास्थ्य पर उल्टा असर डाल रही है। इसके अंतर्गत जो पानी सप्लाई हो रहा है, वह मटमैला, नीला, पीला और काले रंग में आ रहा है।
जल्द लोगों को मिलेगा शुद्ध पानी
इसको लेकर हमने नगर निगम को भी अवगत कराया, लेकिन उन्होंने इस समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके चलते अब हम क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे।
कलेक्टर को समस्या से अवगत कराया। साथ ही पानी का कलर भी बताया, जिस पर कलेक्टर ने शीघ्र समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है और कहा है कि जल आवर्धन योजना का पानी जब तक साफ और पीने लायक नहीं हो जाता, तब तक नगर निगम दूसरी व्यवस्था करेगा, ताकि शहर वासियों को स्वच्छ और शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो पाए।